Mahadev Betting App Scam: सीबीआई का बड़ा एक्शन! 60 ठिकानों पर छापे, राजनेताओं-अधिकारियों के घरों में हड़कंप
नई दिल्ली/रायपुर: Mahadev Betting App Scam से जुड़े 6,000 करोड़ रुपये के विशाल ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली समेत चार राज्यों के 60 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में कई वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, राजनेताओं और ऐप से जुड़े संदिग्ध लोगों के आवास व कार्यालयों को टारगेट किया गया।
क्या है पूरा मामला?
महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप एक विशाल अवैध जुआ और सट्टेबाजी नेटवर्क है, जिसके प्रमोटर्स ने राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और नौकरशाहों को रिश्वत देकर अपने काले धंधे को चलाने में मदद ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में पहले ही पता चला था कि इस ऐप के जरिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का मनी लॉन्ड्रिंग किया गया। अब सीबीआई ने इस मामले में और गहरी छानबीन शुरू कर दी है।
किन-किन के ठिकानों पर हुए छापे?
- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई की टीम पहुंची।
- कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के भिलाई स्थित घर पर भी छापेमारी हुई।
- वरिष्ठ IPS अधिकारी आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव और आरिफ शेख के आवासों पर भी कार्रवाई की गई।
- महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और अन्य संदिग्ध निजी व्यक्तियों के परिसरों को भी टारगेट किया गया।
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को “राजनीतिक प्रतिशोध” बताते हुए सरकार पर निशाना साधा। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “भाजपा सरकार ने सीबीआई को हमारे नेताओं के पीछे लगा दिया है। यह सत्ता की हताशा है, लेकिन कांग्रेस नहीं झुकेगी!”
ED की पहले की जांच क्या कहती है?
प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही इस मामले में सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल नाम के दो मुख्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। ED का दावा है कि इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं और अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है।
आगे क्या होगा?
सीबीआई अब जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच कर रही है। इस मामले में और बड़े नाम सामने आ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, कई अन्य राज्यों में भी इस नेटवर्क की जड़ें हो सकती हैं, जिस पर जांच जारी है।
महादेव बेटिंग ऐप घोटाला देश का अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग केस बनता जा रहा है। सीबीआई और ED की जांच अब राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल बढ़ा सकती है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में और कौन-कौन बड़े खुलासे सामने आते हैं!