Jansath में 5 करोड़ की हेरा-फेरी, अफसर जांच के नाम पर मामले में खानापूर्ति करने में जुटे
जानसठ। Jansath ब्लॉक जानसठ में एडीओ पंचायत द्वारा 5 करोड रुपए के हेराफेरी करने के मामले में ब्लॉक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है, जिसके लिए जांच कमेटी गठित करने की बात की गई थी। पोल पट्टी खुलती देख अधिकारियों में हड़कंप मच गया और अधिकारी अपना-अपना पीछा छुड़ाने में लगे हुए हैं।
वर्तमान में जांच के नाम पर खानापूर्ति की स्थिति दिखाई दे रही है। ज्ञात रहे कि क्षेत्र के गांव हाशमपुर में विकास कार्यों के नाम पर 5 करोड़ की हेराफेरी के मामले में रवि ग्राम प्रधान हाशमपुर ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री एवं संबंधित अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर एडीओ पंचायत मुकुट राज पर गांव में विकास कार्यों के नाम पर 5 करोड़ रुपए की हेराफेरी करके ग्राम निधि के खाते से रुपए निकालने का आरोप लगाया था।
शिकायती पत्र में बताया गया था कि 25 लाख रुपए गांव हाशमपुर के ग्राम निधि खाते से भी निकाले गए हैं और गांव में किसी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं कराया गया। केवल कागजों में ही विकास के नाम पर रुपयों की हेराफेरी की गई है, जबकि 25 दिसंबर 2020 को ग्राम प्रधानों का कार्यकाल पूर्ण हो चुका था। उसके बाद एडीओ पंचायत को ग्रामों का प्रशासक नियुक्त किया गया था। शासन के निर्देशानुसार अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे।
बीडीओ संत प्रकाश ने बताया था कि जांच कमेटी गठित कर दी गई है। इस दौरान एडीओ पंचायत जवाब देने से बचते रहे, लेकिन लंबा समय गुजरने के बाद भी जांच के कोई तथ्य निकल कर सामने नहीं आये है और बल्कि एडीओ पंचायत मुकुट राज और बीडीओ संत प्रकाश मीडियाकर्मियों से अपना पीछा छुड़ाते नजर आ रहे हैं, बल्कि जांच के दौरान कई ब्लॉक अधिकारियों द्वारा मीडियाकर्मियों को ब्लॉक के अंदर आने के लिए पाबंदी भी लगा दी गई थी।
मीडियाकर्मियों द्वारा इस बात की शिकायत एडीएम प्रशासन से की गई, एडीएम प्रशासन ने बीडीओ संत प्रकाश को मीडियाकर्मियों को सम्मान देने और व्यावहारिकता बनाए रखने के लिए सख्त हिदायत दी थी, लेकिन उसके बावजूद भी मीडियाकर्मियों को ब्लॉक अधिकारियों द्वारा कोई जानकारी देने से पीछा छुड़ाया जा रहा है।