Muzaffarnagar: प्रदूषण का बढा स्तर, हालात बेकाबू होते नजर आ रहे
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar ) । मुजफ्फरनगर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से हवा जहरीली होती जा रही है। शनिवार को मुजफ्फरनगर में मौसम का वायु गुणवत्ता सूचकांक ४०७ के घातक स्तर पर पहुंच गया। प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने इन हालात से निपटने का प्रयास शुरू कर दिया है। औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण स्तर कम करने के लिए छिड़काव भी कराया जा रहा है।
एनसीआर में मुजफ्फरनगर की हवा की गुणवत्ता फिर से खराब हो रही है प्रदूषण बढ़ने के कारण सांस के मरीजों को दिक्कत होने का खतरा पैदा हो गया है। शनिवार को मौसम का वायु गुणवत्ता सूचकांक ४०७ के घातक स्तर पर पहुंच गया। जिससे हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। ३० दिसंबर शाम तक औसत एक्यूआई ३९५ रहा।
गुड़ कोल्हू से भी बढ़ रहा प्रदूषण
मुजफ्फरनगर में २ हजार से अधिक गुड कोल्हू संचालित है। जिनमें आए दिन प्रतिबंधित ईंधन जलाए जाने की शिकायत मिलती रहती है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग कई बार कोल्हू संचालकों पर जुर्माना भी कर चुका है। देखा गया है कि इन गुड़ कोल्हू में पन्नी कचरा आदि जलाया जाता है। इनसे निकलने वाले धुएं के कारण जनपद के प्रदूषण स्तर में काफी बढ़ोतरी होती है।
सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा औसत एक्यूआई
प्रदूषण नियंत्रण विभाग के आंकड़ों की बात करें तो शनिवार को शहर का औसत एक्यूआई सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। विभागीय आंकड़ों के अनुसार २४ दिसंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई ३३० और २५ को ३३२ जबकि २६ दिसंबर को २७६ दर्ज किया गया। वही २७ दिसंबर को ३७२ और २८ को ३३९ रहा। जबकि ३० दिसंबर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक ३९५ रहा। ३१ दिसंबर को यह ४०७ पर पहुंच गया।
औद्योगिक क्षेत्र में कराया जा रहा छिड़काव
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि तापमान गिरने और कोहरा बढ़ने के कारण प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि पार्टिकल डिस्पर्जंस कम हो रहा है यह भी वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ने का एक कारण है। बताया कि प्रदूषण से लोगों को निजात दिलाने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।