Muzaffarnagar में शादी का संग्राम: पति ने पत्नी पर लगाए धमकी और साजिश के सनसनीखेज आरोप
Muzaffarnagar में एक नवविवाहित जोड़े का विवाद लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। यह मामला अब तूल पकड़ चुका है, जिसमें पति प्रणव सिंघल ने अपनी पत्नी शालिनी सिंघल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शादी के बाद रिश्तों में खटास, धमकियों का सिलसिला!
प्रणव सिंघल, जो कि रुड़की रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में मीडिया के सामने आए, उन्होंने अपनी पत्नी शालिनी पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि शादी के बाद से ही उनकी पत्नी उन्हें लगातार धमका रही है।
उनका कहना है कि “शालिनी ने मुझसे शादी केवल अपने पिता के कहने पर मजबूरी में की थी। अब वह मुझे स्वीकार नहीं कर रही और कह रही है कि मैं उसके लिए कोई मायने नहीं रखता।”
यह मामला इसलिए और ज्यादा गंभीर हो गया जब प्रणव ने दावा किया कि उनकी पत्नी, जो कि एक वकील है, उन्हें कानून के दांव-पेंच में फंसाने की धमकी दे रही है।
परिवार में दहशत, मानसिक उत्पीड़न का आरोप!
प्रणव सिंघल ने कहा कि न सिर्फ वह, बल्कि उनका पूरा परिवार भी इस शादी से परेशान है। उनके माता-पिता भी लगातार तनाव में हैं और उन्हें डर है कि कहीं यह मामला और बड़ा ना बन जाए।
उन्होंने कहा, “हमारा परिवार पूरी तरह डरा हुआ है। मैं जनपद के विधायकों, सांसदों और प्रशासनिक अधिकारियों से अपील करता हूं कि मुझे इस प्रकरण में न्याय दिलाया जाए और मेरे परिवार को उत्पीड़न से बचाया जाए।”
“अगर मैं पत्नी के साथ रहने लगा तो हो सकती है बड़ी दुर्घटना!”
प्रणव सिंघल ने अपने बयान में एक और चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने दावा किया कि अगर वह शालिनी के साथ रहने लगे तो उनकी जान को खतरा हो सकता है।
“अगर मैं अपनी पत्नी के साथ रहना शुरू कर दूं तो कोई भी दुर्घटना हो सकती है। मैं मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुका हूं। अगर मुझ पर कोई आरोप सिद्ध होता है, तो मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को तैयार हूं। लेकिन मुझे झूठे केस में फंसाया जा रहा है।”
दूसरी तरफ पत्नी शालिनी सिंघल धरने पर, मामला बढ़ा!
इस पूरे प्रकरण में नया मोड़ तब आया जब शालिनी सिंघल ने अपनी ससुराल के बाहर धरना देना शुरू कर दिया। वह अपने परिवार के साथ पिछले दो दिनों से वहां बैठी हुई है और न्याय की मांग कर रही है।
इस मुद्दे को लेकर पूरे शहर में चर्चा हो रही है। समाज के कई बड़े लोग इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दोनों पक्ष किसी भी सुलह के लिए तैयार नहीं दिख रहे।
क्या कह रहे हैं कानूनी विशेषज्ञ?
इस विवाद पर कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पति के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह मामला मानसिक उत्पीड़न की श्रेणी में आ सकता है। लेकिन अगर शालिनी का पक्ष मजबूत होता है, तो पति पर घरेलू हिंसा या अन्य मामलों में कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
सामाजिक संगठन भी आए सामने, दंपत्ति को सुलह की सलाह!
इस पूरे मामले को लेकर सामाजिक संगठनों ने भी हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। कुछ संगठनों ने दोनों परिवारों से बात करके इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की है।
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “ऐसे मामलों में जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए। दोनों पक्षों को बातचीत करके सुलह करनी चाहिए, ताकि कोई कानूनी पेंच ना फंसे और उनका भविष्य सुरक्षित रहे।”
क्या होगी आगे की रणनीति?
इस पूरे विवाद में आगे क्या होगा, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन यह मामला अभी और तूल पकड़ सकता है क्योंकि दोनों पक्ष अपनी-अपनी बातों पर अड़े हुए हैं।
अब देखना यह होगा कि क्या कानूनी लड़ाई का रास्ता अपनाया जाएगा या फिर समाज के हस्तक्षेप से यह मामला सुलझेगा। फिलहाल, मुजफ्फरनगर में इस घटना की चर्चा हर गली-नुक्कड़ पर हो रही है, और पूरा शहर इस पर अपनी नजरें गड़ाए बैठा है।