Muzaffarnagar News: श्रीमद्भागवत कथा का हुआ आयोजन,पुण्यों का उदय होने पर ही श्रीमद् भागवत जैसी भगवान की दिव्य कथा श्रवण का सौभाग्य
मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) आर्य कन्या पाठशाला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में दूसरे दिन सती चरित्र, शिव परिवार, धुव्र चरित्र प्रसंग सुनाया गया। कथाव्यास महाराज सीताराम त्रिपाठी ने कहा कि मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पुण्यों का उदय होने पर ही श्रीमद् भागवत जैसी भगवान की दिव्य कथा श्रवण का सौभाग्य मिलता है।
भागवत रूपी गंगा की धारा पवित्र और निर्मल है जो पापियों को भी तार देती है। सीताराम त्रिपाठी जी ने बताया कि मुनि वेद व्यास के पुत्र शुकदेव ने महाराजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा का ज्ञान दिया था। वहीं सति चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि यज्ञ में भगवान शिव का आमंत्रण और उनका भाग न दिए जाने पर कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दिया।
इससे नाराज शिव के गणों ने राजा दक्ष का यज्ञ विध्वंस कर दिया। ध्रुव कथा प्रसंग में बताया कि सौतेली मां द्वारा अपमानित होकर बालक ध्रुव कठोर तपस्या के लिए जंगल को चल पड़े। बारिश, आंधी-तूफान के बावजूद तपस्या न डिगने पर भगवान प्रगट हुए और उन्हें अटल पदवी दी। ऋषभ देव कथा सुनाते हुए कहा कि वह अपने पुत्रों को गोविंद का भजन करने का उपदेश देकर तपस्या को वन चले गए। जड़ भरत को हिरनी के बच्चे से अत्यंत मोह हो गया। नतीजे में उन्हें मृग योनि में जन्म लेना पड़ा।
धुव्र चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि प्रत्येक आश्रम में गृहस्थ सर्वोपरि होता है। नववेश जीव आनंदमय तब बनता है जब वह शिव की खोज करता है। सद्गुरु संत के महत्व को बताते हुए कहा कि सत्य में संत, चित्त में भगवंत और आनंद में श्रीमद् भागवत कथा के श्रोता बैठते हैं।
इस दौरान संजय सिंघल, अंकुर सिंघल, पंकज गोयल, बोबी शर्मा, अंकित गर्ग, अजय मित्तल, अमित मित्तल, वैभव वर्मा, दीपक गोयल, राघव गर्ग, लवी सोनी, मयंक गर्ग, मोहित गोयल, मोनू हलवाई, पंकज तायल, तपन गर्ग, प्रिंस गर्ग, प्रियांशु गर्ग, राहुल बंसल, राजन सोनी, संदीप सिंघल, शिवम सोनी, शोभित सिंघल, विकास गुप्ता, विशाल कुमार आदि शामिल रहे।