Muzaffarnagar News: मनुष्य अपने कर्मो को भगवान को समर्पित कर करे कार्यः ब्रजेश पाठक
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News) सनातन धर्म सभा भवन मे श्रीराम जन्मोत्सव के उपलक्ष मे चल रही श्रीराम कथा के आज आठवे दिन कथा व्यास ब्रिजेश पाठक ने लक्ष्मण के चरित्र के विषय मे सविस्तार बताया। तथा जिस समय राम को वनवास हुआ उस समय जब लक्ष्मण अपनी माता सुमित्रा से वन जाने की आज्ञा वन जाने हेतु विदाई लेने पहुंचे तो माता ने उन्हे जो उपदेश दिया।
उन्होने लक्ष्मण को विदाई देते समय उपदेश दिया कि उन्हे राम की सेवा पूरी लगन से करनी चाहिए तथा राग द्वेश ईष्या मद व मोह को त्याग कर परमात्मा की शरण मे रहना चाहिए। कथा व्यास ने बताया कि जिस समय पंचवटी मे स्वरूप राम व लक्ष्मण के पास शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंचे वहां उसने अपने आप को कुंवारी कन्या बताया।
जबकि स्वरूपनखा विवाहित थी व उसके पति का रावण ने वद्य किया था। जिस समय राम ने स्वरूपनखा से बात की। उनकी दृष्टि लक्ष्मण की और थी व जब लक्ष्मण ने स्वरूप नखा से बात की तो उसकी दृष्टि राम की और थी। इससे हमे शिक्षा लेनी चाहिए कि जब किसी भक्त को पराई स्त्री से बात करती हो तो उसकी दृष्टि परमात्मा की और होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि लक्ष्मण रागी नही अपितु बैरागी थे। लक्ष्मण को मान अभिमान की अपेक्षा नही थी तथा जब राम ने लक्ष्मण की उपस्थिती मे हनुमान व भरत की प्रशंसा की तो लक्ष्मण को तनिक भी अपनी उपेक्षा महसूस नही हुई। उन्होने कहा कि हमे लक्ष्मण के चरित्र से शिक्षा लेनी चाहिए कि उन्होने अपनी माता की आज्ञा को सर्वोपरी माना।
रामायण मे हर भक्त भगवान के चरणो मे रहना चाहता है। यदि वास्तव मे आज का मनुष्य अपने कर्मो को भगवान को समर्पित करते हुए कर्म करे तो उससे गलती की लेशमात्र भी संभावना नही होगी। कथा व्यास ने कहा कि मनुष्य को जितना हो सके परमात्मा का स्मरण करना चाहिए जब भी वक्त मिले सीताराम सीताराम का जाप करना चाहिए।
कथा के विश्राम से पूर्व कथा व्यास ब्रजेश पाठक जी ने सभी भक्तों को आर्शीवाद प्रदान किया तथा भगवान से प्रार्थना की कि पिछले दो वर्षो तक जो महामारी विश्व मे फैली रही वह अब कभी ना लौटे।
उन्होने कहा कि कथा वाचक को आनन्द तभी आता है जब श्रोता तन्मयता से उसकी कथा को सुने। मुजफ्फरनगर के भक्तों द्वारा उनकी कथा का तन्मयता से रसवादन किया गया है। अन्त मे उन्होने पूरे विश्व मे शान्ति एवं सदभावना की अपेक्षा की।
कथा के इस सफल आयोजन में पदाधिकारी नरेन्द्र गुप्ता, साधुराम गर्ग, नीरज अग्र्रवाल, सतीश गर्ग, दीपक मित्तल, संतोष शर्मा, सुभाष चन्द गोयल,श्याम लाल स्वामी, नवीन ठेकेदार, रामकृपाल, प्रवीण गुप्ता, प्रवीण अरोरा, श्याम लाल बंसल, मित्रसैन,रविन्द्र गुप्ता एड.,राजकुमार मलिक एड., अखिलेश अग्रवाल,अजय गर्ग आदि पदाधिकारी व गणमान्य मौजूद रहे।