पीएम मोदी और Giorgia Meloni की ऐतिहासिक मुलाकात: भारत-इटली संबंधों में नया अध्याय
जी20 समिट का मंच हमेशा से वैश्विक नेताओं के लिए कूटनीतिक संबंध मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर रहा है। इस बार ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री Giorgia Meloni के बीच हुई मुलाकात ने भारत और इटली के बीच संबंधों को नई दिशा दी।
गर्मजोशी भरी मुलाकात: साझा दृष्टिकोण
जी20 समिट के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जियोर्जिया मेलोनी की द्विपक्षीय बैठक चर्चा का केंद्र बनी। दोनों नेताओं ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अपनी तस्वीरें साझा कीं, जिनमें उनके बीच की गर्मजोशी और आपसी समझ स्पष्ट रूप से दिखी। इटली की प्रधानमंत्री ने लिखा, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर हमेशा खुशी होती है। उनके नेतृत्व में भारत का वैश्विक प्रभाव तेजी से बढ़ा है, और हमारे बीच की रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है।”
वहीं, पीएम मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “प्रधानमंत्री मेलोनी से मिलकर बेहद खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और तकनीक जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को गहराई देने पर केंद्रित रही। हमने संस्कृति और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की।”
रक्षा और सुरक्षा पर साझेदारी
भारत और इटली के बीच रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग लंबे समय से चर्चाओं में रहा है। दोनों देशों ने इस बार भी इन क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। विशेषज्ञों का मानना है कि इटली की रक्षा तकनीक और भारत की उत्पादन क्षमता के मेल से दोनों देशों को सामरिक लाभ होगा।
इस मुलाकात में विशेष ध्यान साइबर सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी प्रयासों पर भी रहा। वैश्विक मंच पर बढ़ती चुनौतियों के बीच यह चर्चा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
व्यापार और तकनीक: नए अवसर
भारत और इटली के बीच व्यापारिक रिश्ते पहले से ही मजबूत हैं, लेकिन इस बार की बातचीत में तकनीकी क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई। विशेष रूप से हरित ऊर्जा, एआई, और डिजिटल तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसरों की संभावनाएं तलाशी गईं।
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और इटली की उन्नत तकनीकी विशेषज्ञता इस साझेदारी को और मजबूत बना सकती है। दोनों देशों के नेताओं ने छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) के विकास और इनोवेशन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
संस्कृति और शिक्षा में सहयोग
मुलाकात में संस्कृति और शिक्षा जैसे नॉन-ट्रेडिशनल क्षेत्रों पर भी बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त पहल की संभावनाओं पर चर्चा हुई। इसके तहत छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम, भाषा शिक्षण, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर जोर दिया गया।
इटली के ऐतिहासिक धरोहर और भारत की समृद्ध संस्कृति के बीच का यह मेल दोनों देशों की जनता के बीच आपसी समझ और सम्मान को बढ़ा सकता है।
भारत-इटली संबंधों का बढ़ता दायरा
इस बैठक को भारत-इटली संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी ने पिछले कुछ वर्षों में गहरा आकार लिया है। यह मुलाकात न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देगी, बल्कि वैश्विक मंच पर भी दोनों देशों की स्थिति को मजबूत करेगी।
ग्लोबल लीडर के रूप में भारत की स्थिति
प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक पहल ने भारत को एक प्रभावशाली वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। जी20 जैसे मंचों पर उनकी सक्रियता और वैश्विक नेताओं से उनकी चर्चा न केवल भारत के कूटनीतिक संबंधों को मजबूत कर रही है, बल्कि भारत को विश्व पटल पर एक नई पहचान भी दे रही है।