Muzaffarnagar मीरापुर उपचुनाव की तैयारियाँ तेज, कूकडा नवीन मंड़ी से पोलिंग पार्टियाँ रवाना, हर कदम पर रहेगी नजर
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar News): जिले की मीरापुर विधानसभा सीट पर 20 नवम्बर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है। जिले के कूकडा नवीन मंड़ी स्थल से पोलिंग पार्टियाँ रवाना हो चुकी हैं, जहां से उम्मीदवारों और चुनावी सामग्री के साथ चुनावी ड्यूटी में जुटे अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए रवाना हो रहे हैं। इस उपचुनाव में किसी भी प्रकार की असुविधा या गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं को पुख्ता किया है।
कूकडा नवीन मंड़ी से पोलिंग पार्टियों का रवाना होना:
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के तहत कूकडा नवीन मंड़ी स्थल से पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। यह स्थल प्रशासन के लिए चुनावी रणनीति का मुख्य केंद्र बन चुका है, जहां से चुनावी सामग्री और कर्मियों का सही तरीके से वितरण किया जाता है। जिला निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा और एसएसपी अभिषेक सिंह के नेतृत्व में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पोलिंग पार्टियाँ मीरापुर क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों के लिए रवाना हुईं।
आधिकारिक निरीक्षण और दिशा-निर्देश:
इस मौके पर एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसडीएम सदर निकिता शर्मा, सीओ सिटी व्योम बिन्दल और सीओ नई मंड़ी रूपाली राव चौधरी समेत प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। चुनाव प्रेक्षक हरबंस सिंह और व्यय प्रेक्षक के. प्रसाद ने भी कूकडा मंड़ी स्थल का दौरा किया और सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया।
निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा ने पोलिंग पार्टियों को रवाना करने से पूर्व दिशा-निर्देश दिए। उनके मुताबिक, चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया जाएगा। मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से निपटने के लिए हर स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है।
निर्वाचन सुरक्षा और व्यवस्था:
एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के चुनावी माहौल को पूरी तरह से शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। जिले भर में नाकाबंदी की जा रही है, और वोटिंग से पहले और बाद में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की संभावना को खत्म करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
इसके अलावा, चुनावी खर्चों और अन्य नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए व्यय प्रेक्षक के. प्रसाद ने खास निर्देश दिए हैं। उनकी टीम ने प्रत्याशियों के खर्चों और चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता पर कड़ी निगरानी रखने की योजना बनाई है।
प्रशासन का लक्ष्य: निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव:
मीरापुर उपचुनाव में प्रमुख उद्देश्य यह है कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रहे। इसके लिए सभी प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हैं। उम्मीदवारों की गतिविधियों और चुनावी प्रचार पर भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भी पक्ष नियमों का उल्लंघन न कर सके।
युवाओं और महिलाओं को मतदान प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल करने के लिए खास अभियान चलाया गया है। यह कदम चुनाव आयोग की मंशा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि हर एक वोट की अहमियत सुनिश्चित हो सके। मतदान के दिन मीरापुर क्षेत्र में सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा।
आवश्यक दिशा-निर्देश और अंतिम तैयारी:
निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा ने चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और चुनाव की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी लोग अपना वोट सही तरीके से डालें और किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करें।
चुनाव आयोग की भूमिका:
भारत निर्वाचन आयोग ने मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए कड़ी निगरानी और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि इस उपचुनाव के दौरान किसी भी प्रकार का चुनावी गड़बड़ी न हो, और वोटरों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए चुनाव आयोग ने मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रेरित किया है और चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनियमितता की स्थिति में कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है।
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं और पोलिंग पार्टियाँ चुनावी ड्यूटी के लिए रवाना हो चुकी हैं। प्रशासन और सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में यह उपचुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। सभी अधिकारी और कर्मचारी चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
यह उपचुनाव मीरापुर विधानसभा की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि इस चुनाव में विजयी उम्मीदवार मीरापुर की राजनीति में अपना दबदबा स्थापित कर सकता है। आने वाले दिनों में चुनावी नतीजे और इसकी बाद की राजनीति पर सबकी नजरें रहेंगी।