खतरनाक ठंड और घने कोहरे का कहर: Muzaffarnagar की सड़कों पर यातायात ठप, हादसे बढ़े
Muzaffarnagar: ठंड के कहर और घने कोहरे ने सोमवार को पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। न केवल यातायात व्यवस्था चरमराई, बल्कि लोगों को अपने रोजमर्रा के कामों में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। घने कोहरे ने सड़कों पर दृश्यता को बेहद कम कर दिया, जिससे वाहन चालकों को गाड़ी चलाने में परेशानियां हुईं। सुबह का नजारा ऐसा था कि कुछ ही कदमों की दूरी पर भी कुछ नजर नहीं आ रहा था।
हाईवे से लेकर गांवों की पगडंडियों तक, हर जगह कोहरे का असर देखने को मिला। खासकर हाईवे पर दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालकों को सावधानी बरतनी पड़ी। बावजूद इसके, कई जगहों पर हादसों की खबरें सामने आईं।
कोहरे के कारण सड़कों पर भयानक दृश्यता संकट
सुबह के वक्त तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि अधिकतम तापमान 25 डिग्री तक रहा। इस सर्द मौसम ने लोगों को गर्म कपड़ों में लिपटने पर मजबूर कर दिया।
चिकित्सकों ने विशेष तौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। ठंड और कोहरे के चलते स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने का खतरा है।
कोहरे में हादसे: खतौली में दो कारें आपस में भिड़ीं
घने कोहरे के कारण मुजफ्फरनगर के खतौली थाना क्षेत्र में एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। जानकारी के अनुसार, खतौली के गांव भैसी के पास सीएनजी पेट्रोल पंप के सामने दो कारें आमने-सामने टकरा गईं।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को सुचारु रूप से चालू करवाया और घायलों को नजदीकी सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) भेजा।
कोहरे का बढ़ता प्रकोप: बाजार हुए सुनसान
घने कोहरे और ठंड के कारण बाजार भी जल्दी खाली होने लगे। दुकानदारों का कहना है कि शाम होते ही ठंडी हवाओं ने पूरे इलाके को घेर लिया, जिसके कारण ग्राहक घरों में लौटने लगे। इस वजह से व्यापार पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
मुजफ्फरनगर की सड़कों पर ठहर गया जीवन
- सड़क पर दृश्यता: कुछ ही कदमों की दूरी दिखाई दे रही थी।
- यातायात का हाल: बसों और ट्रकों को धीमी गति से चलना पड़ा।
- हादसों का डर: वाहन चालकों ने लाइट और हॉर्न का ज्यादा इस्तेमाल किया।
कोहरे और ठंड से बचाव के उपाय
चिकित्सकों और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कोहरे के दौरान गाड़ी चलाने से बचें। यदि चलाना आवश्यक हो, तो वाहन की स्पीड बेहद कम रखें।
साथ ही, ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, और रात के समय घर से बाहर निकलने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि वे ठंड और कोहरे के प्रकोप का शिकार जल्दी बन सकते हैं।
आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिनों में ठंड और कोहरा और अधिक बढ़ सकता है। इससे जनजीवन पर असर पड़ने की पूरी संभावना है। किसानों और वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
सर्द मौसम की चुनौतियां
इस सर्दी का सीधा असर स्थानीय व्यापार, स्कूलों और दैनिक जीवन पर भी पड़ रहा है। स्कूली बच्चों को सुबह जल्दी उठने में दिक्कत हो रही है, जबकि मजदूर वर्ग ठंड के कारण काम पर देर से पहुंच रहा है।
प्रशासन की तैयारी पर सवाल
स्थानीय प्रशासन को इस कोहरे और ठंड से निपटने के लिए और अधिक सक्रिय होने की आवश्यकता है। कोहरे के दौरान सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। इसके साथ ही, मुख्य सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स और संकेतक लगाने पर जोर दिया जाना चाहिए।
मुजफ्फरनगर में कोहरे और ठंड ने इस बार लोगों के लिए जीवन कठिन बना दिया है। प्रशासन से लेकर आम जनता तक सभी को इस स्थिति से निपटने के लिए कदम उठाने होंगे। घने कोहरे के कारण न केवल यातायात बाधित हुआ, बल्कि व्यापार और जनजीवन पर भी व्यापक असर पड़ा है। यह समय सतर्कता और जागरूकता का है, ताकि इस ठंड और कोहरे के कहर को कम किया जा सके।