Russia का क्रूर मिसाइल हमला: Ukraine के सूमी शहर में खूनी संडे, 21 मौतें, 83 घायल – ज़ेलेंस्की ने दुनिया से मांगी कार्रवाई
Ukraine के सूमी शहर में रविवार का दिन खून से लाल हो गया। Russia सेना के क्रूर मिसाइल हमले में 21 से अधिक निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जबकि 83 लोग घायल हो गए। इनमें सात मासूम बच्चे भी शामिल हैं, जो अपने परिवारों के साथ ‘पाम संडे’ का पर्व मनाने जा रहे थे। यह हमला इतना भयावह था कि पूरा शहर मलबे में तब्दील हो गया।
पाम संडे पर मची मौत की दस्तक
रविवार की सुबह, जब यूक्रेन के ईसाई समुदाय के लोग ‘पाम संडे’ (यीशु के यरूशलेम में प्रवेश के पर्व) के उत्साह में चर्च जा रहे थे, तभी रूसी सेना ने बैलिस्टिक मिसाइलों से सूमी शहर के केंद्र पर निर्मम हमला बोल दिया। सड़कों पर भीड़ थी, लोग एक-दूसरे को बधाइयां दे रहे थे, लेकिन अचानक हुए विस्फोट ने सबकी जिंदगी तहस-नहस कर दी।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मिसाइल हमले में आवासीय इमारतें, शैक्षणिक संस्थान और सड़कों पर खड़ी गाड़ियां पूरी तरह नष्ट हो गईं। कई लोग मलबे में दब गए, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू टीम्स लगातार काम कर रही हैं।
ज़ेलेंस्की का आक्रोश: “रूस एक आतंकवादी है!”
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दुनिया से कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, “यह कोई युद्ध नहीं, बल्कि निर्दोषों की हत्या है! रूस ने आज फिर साबित कर दिया कि वह एक आतंकवादी देश है, जो चर्च जाते हुए लोगों को भी नहीं छोड़ता।”
ज़ेलेंस्की ने अमेरिका, यूरोप और पूरी दुनिया से अपील की कि रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाए जाएं और यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता दी जाए। उन्होंने कहा, “जब तक रूस पर दबाव नहीं बढ़ेगा, तब तक शांति असंभव है। बातचीत से रूस नहीं रुकेगा, क्योंकि यह देश केवल हिंसा की भाषा समझता है।”
यूक्रेनी सेना का दावा: “रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा”
यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने इस हमले को युद्ध अपराध बताया है। उनका कहना है कि रूस ने जानबूझकर नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जो जिनेवा कन्वेंशन का सीधा उल्लंघन है। यूक्रेनी इमरजेंसी सर्विसेज ने बताया कि रूस ने इस हमले में शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिससे भारी तबाही हुई।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर सवाल
इस हमले के बाद यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। हालांकि, अभी तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि “रूस के खिलाफ सिर्फ निंदा के बयानों से काम नहीं चलेगा, अब समय कार्रवाई का है।”
क्या रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध और बढ़ेगा?
इस हमले से पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर था। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर ऊर्जा संरचनाओं पर हमला करने का आरोप लगाया था। अब इस नए हमले ने युद्ध को और भीषण बना दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि रूस यूक्रेन में अपनी हार को छुपाने के लिए ऐसे निर्मम हमले कर रहा है।
दुनिया को अब जागना होगा!
सूमी शहर में हुआ नरसंहार सिर्फ यूक्रेन के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक काले दिन के रूप में याद किया जाएगा। अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अब भी रूस के खिलाफ मजबूत कदम नहीं उठाए, तो आने वाले दिनों में और भी भयानक हमले हो सकते हैं। यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को अनदेखा करना अब संभव नहीं है – समय आ गया है कि दुनिया रूस के खिलाफ एकजुट हो और इस युद्ध को रोके!