श्री श्याम खाटू प्रभु की निशान यात्रा में उमड़ा आस्था का समुद्र, भक्तों ने उड़ाया रंग गुलाल
मुजफ्फरनगर। श्री श्याम रंग रंगीला फाल्गुन मेला गुरूवार को श्री श्याम खाटू प्रभु की निशान यात्रा के साथ ही प्रारम्भ हो गया। इस यात्रा में भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला सहित हजारों लोग निशान लेकर शामिल हुए और श्याम बाबा का गुणगान करते हुए श्री श्याम प्रभु खाटू मन्दिर भरतिया कालौनी में पहुंचे।
रास्ते में बाबा श्याम की निशान यात्रा का अनेक स्थानों पर भक्तजनों ने पुष्पवर्षा करते हुए स्वागत किया। कई जगह भक्तों ने रंग गुलाल उड़ाया और रास्ते में ही फूलों की होली भी खेली गयी। यहां पर भव्य तीन दिवसीय श्री श्याम रंग रंगीला फाल्गुन मेला कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए मंदिर कमेटी द्वारा मंदिर परिसर को दुल्हन की भांति सजाया गया है।
श्री गणपति खाटू श्याम मंदिर में श्री गणपति खाटू श्याम मंदिर परिवार द्वारा श्याम प्रभु खाटू वाले का तीन दिवसीय श्री श्याम रंग रंगीला फाल्गुन मेला 24 मार्च से 26 मार्च तक मंदिर परिसर में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत गुरूवार को प्रातः 9 बजे श्री श्याम खाटू प्रभु की निशान यात्रा शिव चैक से भारी उत्साह और आस्था के समुद्र के रूप में प्रारम्भ हुई। इस निशान यात्रा में श्री गणपति धाम ट्रस्ट समिति के चेयरमैन भीमसैन कंसल ने सभी भक्तों का स्वागत किया। भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला सहित भारी संख्या में भक्तजन श्याम बाबा का निशान लेकर शामिल हुए।
निशान यात्रा शिव चैक से प्रारम्भ होकर झांसी की रानी, बालाजी चैक, मालवीय चैक से भोपा पुल होते हुए गऊशाला रोड से मुडकर पीठ बाजार, चैडी गली, बिन्दल बाजार, स्वीट्स काॅर्नर चैराहे से मुडकर डाकखाने से होते हुए भरतिया कालौनी मंदिर प्रांगण पर जाकर समाप्त होगी।
इस निशान यात्रा में बाबा श्याम स्वर्ण रथ पर लीली घोडे पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। भक्तों ने श्याम बाबा के दर्शन करते हुए उनका गुणगान किया। निशान यात्रा में महिला पुरुष भक्त बाबा के भजनों पर झूमते और नाचते हुए चल रहे थे। हाथों पर बाबा का निशान लहरा रहा था। तन और मन बाबा की भक्ति से सराबोर था। चेहरे गुलाल के रंगों से रंगे हुए नजर आ रहे थे।
मंदिर समिति के चेयरमैन भीमसैन कंसल ने बताया कि 26 मार्च को रात्रि 8 बजे फाल्गुन बधाई उत्सव और भण्डारा आयोजित किया जायेगा। 29 मार्च को सायं 4 बजे भगवान गणपति संग फूलों की होली खेली जायेगी।
फाल्गुन मेले के अवसर पर बाबा श्याम की हवेली बंगाली कारीगरों द्वारा बाहुबली थीम पर सजाई गई है। जो आकर्षण का केन्द्र बनी है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी पर श्र(ालु रंग बिरंगी श्याम ध्वजा बाबा श्याम को अर्पित करने का बड़ा महत्व माना जाता है। श्याम बाबा को निशान चढ़ाने की परम्परा वास्तव में आदिकाल से ही एक रहस्य है, जो अनवरत चली आ रही है।
यह ध्वजा बहुत श्र(ा विश्वास से अपने मनोरथ की पूर्ति के लिए बाबा श्याम को अर्पित की जाती है। सनातन संस्कृति में ध्वजा विजय की प्रतीक होती है और स्वयं बाबा श्याम की भी प्रतिज्ञा है कि वे हारे हुए का पक्ष लेंगे और उसको विजयी बनायेंगे। इसीलिए ऐसी मान्यता है कि जिस घर पर बाबा श्याम का निशान लहराता है, वहां पर हर मुश्किल पर विजय प्राप्त होती है।
इस निशान यात्रा में प्रमुख रूप से भीमसैन कंसल, प्रधान अशोक गर्ग, मंत्री अनिल गोयल, कैलाश चन्द ज्ञानी, सोमप्रकाश कुच्छल, बिजेन्द्र रानू, श्याम सुन्दर, जेपी गोयल, शशांक राणा, अग्रिम सिंघल, विपुल, मयंक, शुभम, अनिल गुप्ता, अमन गकोयल, नीरज गोयल, सचिन सिंघल, अंकित अग्रवाल, नवलजीत, रजत राठी, अजय अग्रवाल, रजत माहेश्वरी, कुलदीप शर्मा सहित हजारों भक्त शामिल रहे।