तेज बारिश व हवाओ से गेहूं की फसल को नुकसान: मुआवजे की मांग
मुजफ्फरनगर। अचानक आई बारिश व तेज हवा तथा घने बादलो के कारण दिन मे ही रात का नजारा देखने को मिला। एक और जहां तेज बारिश व हवाओ से गेहूं की फसल का नुकसान हो गया। वहीं दूसरी और अचानक बदले मौसम के मिजाज ने किसानो को चिन्ता बढा दी।
जनपद में आज उस समय प्रकृति का अजब नजारा देखने को मिली, जब दिन में ही पूरी तरह अंधेरा छा गया और दिन में ही रात का अहसास होने लगा। शहर में दिन के समय ही सडकों पर जो इक्का-दुक्का वाहन चल रहे थे, उनके चालकों को अपने वाहनों की लाईटें जलानी पडी
क्योंकि बिना लाईट के सडकों पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। कोरोना के कहर के चलते प्रकृति के इस नजारे को देखकर लोगों की अजीबोगरीब स्थिति बन गई थी।
दिनदहाडे छाये अंधेरे के बीच तेज तूफान और बारिश लोगों की धडकनें बढा रहे थे। इस दौरान किसानों की बेचैनी भी बढ गई, क्योंकि अधिकांश किसानों की गेंहू की फसल अभी खेतों में ही खडी है या जिन किसानों की फसल कट गई है, उनके गेहूं अभी तक घरों तक नहीं पहुंच पाये हैं। घने बादल तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू कुदरत के करिश्मे से सवेरे १०ः१५ बजे ही दिन में हुआ रात जैसा नजारा ।
मुआवजे की मांग
चरथावल। क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ हुई बारिशसे किसानों को फिर नुकसान हुआ है किसानों की फसल भीगने के साथ साथ किसानो की बुआई भी प्रभावित हो गयी भाकियू नेता विकास शर्मा ने लगातार कुदरत जी मार झेल रहे किसानों के लिए सरकार से राहत पैकेज की मांग की है।
चरथावल क्षेत्र में कुदरत की मार से एक बार फिर किसानों के चेहरों की हवाईयां उड गयी। मौसम के बार बार करवट बदलने से किसानों की फसल बर्बाद होने से खून के आंसू पीने को मजबूर हो रहे है।
वहीं प्रकृति के रौद्र रूप से आम,आडू व सब्जी पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पडा है। रविवार को तेज हवाओं के साथ बदले मौसम ने आमजन को छकछोर कर रख दिया।प्रकृति के प्रकोप से दिन में घोर अंधकार छाने से बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सहम गये।किसान व भाकियू नेता विकास शर्मा का कहना है कि कुदरत की मार से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है।
बार बार बारिश होने खेत मे कटे गेहूं के भीगने से खराब होने की सम्भावना रहती है और सरकार भी ऐसे गेहूं को लेने से इंकार कर देती है।अभी भी किसानों का काफी गेहूं खेतों में खडा है।इसी वजह से किसानों के गन्ना बुआई में देरी हो रही है।भाकियू नेता विकास शर्मा ने लगातार कुदरत जी मार झेल रहे किसानों के लिए सरकार से राहत पैकेज की मांग की है।