Delhi Election 2025: रेवड़ी पर चर्चा’ से बदलेगा खेल, केजरीवाल ने रखा 65,000 बैठकों का दमदार प्लान
Delhi Election 2025 दिल्ली के सियासी रण में एक बार फिर मुकाबला रोचक होता दिख रहा है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने अभियान की कमान संभाल ली है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ऐलान किया कि चुनाव से पहले उनकी पार्टी ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान के तहत दिल्लीभर में 65,000 बैठकें करेगी। इन बैठकों में जनता को आप सरकार की मुफ्त सुविधाओं के फायदे बताए जाएंगे।
केजरीवाल का बड़ा दांव: मुफ्त योजनाओं का वादा
केजरीवाल ने ऐलान किया कि अगर जनता आप सरकार को दोबारा चुनती है, तो महिलाओं को हर महीने ₹1,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह नया वादा दिल्ली की महिलाओं को एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। साथ ही, उन्होंने कहा कि 24 घंटे मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त शिक्षा, मोहल्ला क्लिनिक, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा और बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा जैसे वादे भी जारी रहेंगे।
‘रेवड़ी पर चर्चा’: चुनावी रणनीति का मास्टरप्लान
केजरीवाल ने अपने बयान में कहा, “आज से हम ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। इस अभियान के तहत हम दिल्ली के हर कोने में 65,000 बैठकें करेंगे।”
इन बैठकों में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जनता को बताएंगे कि इन मुफ्त योजनाओं के जरिए सरकार जनता को उनके ही टैक्स का लाभ लौटा रही है।
केजरीवाल ने बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा,
“अगर बीजेपी सत्ता में आई तो ये सारी योजनाएं बंद हो जाएंगी।” उन्होंने इसे बीजेपी के “जनविरोधी रवैये” का नतीजा बताया।
मुफ्त योजनाएं: जनता की जरूरत या ‘रेवड़ी संस्कृति’?
केजरीवाल ने सवाल उठाया कि क्या मुफ्त सुविधाएं जनता का हक नहीं हैं? उन्होंने कहा,
“हम जनता को उनके टैक्स के पैसे से मुफ्त सुविधाएं देते हैं। क्या यह गलत है? अगर जनता चाहती है, तो हम और बेहतर योजनाएं लाने के लिए तैयार हैं।”
वहीं, विपक्ष इस कदम को “रेवड़ी बांटने की राजनीति” कहकर आलोचना कर रहा है। बीजेपी ने इसे आर्थिक कुप्रबंधन का प्रतीक बताया और कहा कि ऐसी योजनाएं दीर्घकालिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं।
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए खास घोषणाएं
इस बार केजरीवाल ने महिला और बुजुर्ग वोटरों पर खास ध्यान दिया है। उनके अनुसार:
- महिलाओं के लिए: हर महीने ₹1,000 की आर्थिक मदद।
- बुजुर्गों के लिए: मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा जारी रहेगी।
यह कदम महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को सीधा लाभ पहुंचाने की कोशिश है, जो दिल्ली के कुल मतदाताओं का बड़ा हिस्सा हैं।
दिल्ली मॉडल: स्वास्थ्य और शिक्षा पर जोर
आप सरकार का ‘दिल्ली मॉडल’ भी इस चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा रहेगा। मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पतालों की सफलता को प्रमुखता से उजागर किया जाएगा।
- मोहल्ला क्लीनिक: बेहतर और मुफ्त इलाज की सुविधा।
- शिक्षा: सरकारी स्कूलों में शानदार परिणाम और विश्वस्तरीय सुविधाएं।
केजरीवाल का मानना है कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया है, वह देशभर के लिए एक मिसाल है।
बीजेपी और कांग्रेस का जवाब
बीजेपी और कांग्रेस ने इस अभियान को लेकर सवाल उठाए हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा,
“रेवड़ी संस्कृति जनता को आत्मनिर्भर बनाने के बजाय उनके अधिकारों को सीमित करती है।”
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि आप सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए मुफ्त योजनाओं का सहारा ले रही है।
क्या ‘रेवड़ी पर चर्चा’ से बदलेगा चुनावी समीकरण?
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान आप पार्टी का मास्टरस्ट्रोक हो सकता है।
- महिलाओं को लक्षित करना: ₹1,000 की योजना से आप महिलाओं का बड़ा वोट बैंक साधने की कोशिश कर रही है।
- युवाओं को रोजगार और शिक्षा पर भरोसा: मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर युवाओं में पार्टी की पकड़ मजबूत हो सकती है।
- बीजेपी पर सीधा हमला: विपक्षी पार्टी पर “जनविरोधी” होने का आरोप लगाकर आप ने आक्रामक रुख अपनाया है।
क्या दोबारा बनेगी केजरीवाल सरकार?
दिल्ली चुनाव 2025 में आप पार्टी का अभियान पूरी तरह योजनाबद्ध और जमीनी स्तर पर केंद्रित नजर आ रहा है।
- 65,000 बैठकें
- मुफ्त योजनाओं का दोहराव
- महिला और बुजुर्ग मतदाताओं पर फोकस
ये सभी रणनीतियां आम आदमी पार्टी को मजबूत स्थिति में ला सकती हैं। अब देखना यह है कि ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान के जरिए आप अपने पक्ष में कितना समर्थन जुटा पाती है।
इस चुनावी सियासत में कौन मारेगा बाजी, यह देखना दिलचस्प होगा।