भोजन घोटाला मामला-रालोद ने उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की
मुजफ्फरनगर। जिले में मजदूरों को दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता और कीमत में हुए खाद्दयान घोटाले में छोटे स्तर के अधिकारी को सस्पेंड कर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई है। और मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
रालोद ने राज्यपाल से उच्चस्तरीय जांच समीति बनाकर जांच कराए जाने की मांग की है।बता दें कि चरथावल के क्वॉरेंटाइन सेंटर में दो दिन पूर्व नोडल अधिकारी आरएन यादव के निरीक्षण के दौरान घटिया भोजन की सप्लाई का मामला सामने आने पर खतौली स्थित अन्नपूर्णा फूड रोलर मिल को सील कर दिया गया था।
सप्लाई किए गए भोजन के सेंपल लेने के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए गए थे। बीती देर रात जिलाधिकारी की संस्तुति पर तहसीलदार सदर को निलंबित कर एसडीएम सदर को भी नोटिस जारी कर सफाई पेश करने के लिए कहा गया है।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार को 31 मई तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है।जनपद के सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में भोजन सप्लाई के लिए एडीएम प्रशासन एसडीएम सदर तहसीलदार सदर की संयुक्त टीम बनाकर टेंडर छोड़ने के लिए कहा गया था। यह टेंडर खतौली की अन्नपूर्णा फूड मिलने घ्80 प्रतिदिन के हिसाब से लिया था।
नोडल अधिकारी के निरीक्षण के बाद प्रकाश में आया कि मजदूरों को घटिया खाना सप्लाई किया जा रहा है। उनके द्वारा शासन को भेजी रिपोर्ट के बाद ही मिल के खिलाफ कार्रवाई की गई थी तथा मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। जिला अधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है जो भी इस घोटाले में संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनपद के खतौली व चरथावल में क्वारंटीन सेंटरों पर गैरराज्यों से आये मजदूरों को दिए जाने वाले भोजन में बड़ा खेल सामने आया…
Posted by News & Feature Network: Regional News on Sunday, May 10, 2020