Birth control में भी कारगर है होम्योपथी..
बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए आज के समय में फैमिली-प्लानिंग जरूरी हो गई है और इसके लिए Birth control उपाय एक आवश्यकता बन गए हैं। सरकार भी इसके लिए कई प्रकार से प्रचार करती है। प्रचलित गर्भनिरोधक उपायों के कुछ साइड-इफ़ेक्ट होते है, परन्तु न चाहते हुए भी महिलाओं को उनका उपयोग करना पड़ता हैं। कई बार ये उपाय फेल भी हो जाते हैं।
अधिकांश लोगों का मानना हैं कि होम्योपथी सिर्फ बच्चों के लिए या सर्दी-जुकाम के लिए ही ठीक हैं, लेकिन होम्योपथी से छोटे से लेकर बड़े-बड़े रोग तक ठीक किए जा सकते हैं। इसी प्रकार से होम्योपथी से फैमिली प्लानिंग भी की जा सकती है, वो भी बिना किसी साइड-इफ़ेक्ट के। जी हाँ ! आपने बिल्कुल सही पढ़ा है।होम्योपथी में भी कुछ ऐसी दवाएं हैं जिनसे फैमिली प्लानिंग की जा सकती हैं।
प्रचलित गर्भनिरोधक गोलियों और होम्योपैथिक गर्भनिरोधक दवा के लाभ और हानि:
क्या है और कैसे कार्य करती हैं गर्भनिरोधक गोली
गर्भनिरोधक गोली 2 प्रकार के कृत्रिम फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन (Estrogen)और प्रोजेस्टेरॉन (Progesterone) से बनी होती है। ये हॉर्मोन अंडे (egg) के बनने और निकलने को रोकते हैं यानि ovulation को रोकते हैं। इसके साथ ही प्रोजेस्टेरॉन हॉर्मोन भी शुक्राणु (Sperm) को अंडे (egg) तक पहुंचने से रोकने में मदद करता है। ये गोलियां शरीर के हॉर्मोन्स की प्राकृतिक क्रिया को रोक कर प्रेग्नेंसी को रोकते हैं।
साइड-इफ़ेक्ट:
- पीरियड्स की अनियमितता
- वजन बढ़ना
- ब्रेस्ट(Breast) में भारीपन या बदलाव आना
- सिरदर्द होना
- उल्टी होना या जी मचलाना (Vomiting & Nausea)
- सूजन आना
- पैरों में दर्द होना
- मूड बदलते रहना
- दो पीरियड्स के बीच ब्लीडिंग होना
होम्योपैथिक मेडिसिन-
नेट्रम-म्यूर: नेट्रम-म्यूर नमक से बनी होम्योपैथिक मेडिसिन होती है।
कैसे कार्य करती है
शरीर में पाए जाने वाले सोडियम और क्लोराइड मिल कर सोडियम-क्लोराइड बनाते हैं जोकि एसिड बेस को बैलेंस करता हैं। होम्योपैथिक मेडिसिन नेट्रम-म्यूर सोडियम-क्लोराइड ही होता हैं। यह मेडिसिन नमक से बनी होती हैं। जब नेट्रम-म्यूर दिया जाता हैं तो यह रीप्रोडक्टिव ऑर्गन (Reprodutive-organ) में एसिड आयन को बढ़ा देता है, जिससे PH Value बढ़ जाती हैं जिससे उसमे स्पर्म जीवित नहीं रह पाते हैं।
साइड-इफेक्ट
होम्योपैथिक मेडिसिन इतनी कम मात्रा में दी जाती हैं कि उसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं होता। कभी-कभी किसी का थोड़ा सा ब्लड-प्रेशर बढ़ सकता हैं, लेकिन नेट्रम-म्यूर का ऐंटीडोट (Antidote)देने पर ठीक हो जाएगा।
लाभ-
अनीमिया, डिप्रेशन, सिरदर्द, पीरियड्स की तकलीफ, मुंह के छाले आदि रोगों में लाभदायक है।नोट- होम्योपथी में रोग के कारण को दूर करके रोगी को ठीक किया जाता है। प्रत्येक रोगी की दवा, उसकी पोटेंसी, डोज आदि, उसकी शारीरिक और मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती है।
अतः बिना चिकित्सीय परामर्श के यहां दी हुई किसी भी दवा का उपयोग न करें। रोग और होम्योपथी की दवा के बारे में और अधिक जानकारी के लिए call करें
लेखक:
डा0 वेद प्रकाश विश्वप्रसिद्ध प्राकृतिेक एवं होमियोपैथी चिकित्सक हैं। जन सामान्य की भाषा में स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी को घर घर पहुँचा रही “रसोई चिकित्सा वर्कशाप” डा0 वेद प्रकाश की एक अनूठी पहल हैं। उनसे नम्बर 8709871868 पर सीधे सम्पर्क किया जा सकता हैं और ग्रीन स्टार फार्मा द्वारा निर्मित दवाईयाँ भी घर बैठे मंगवाई जा सकती हैं।