जिला पूर्ति अधिकारी के फर्जी कार्ड का खेल : राशनकार्ड नहीं बना तो आमरण अनशन करेंगे वृद्ध दम्पति
मुज़फ्फरनगर। जिला पूर्ति अधिकारी के फर्जी कार्ड के खेल ने दो वरिष्ठ नागरिकों को बिना किसी जाँच के राशन से वँचित कर दिया, क्या मुख्यमंत्री इसकी जाँच कराएंगे ? पूर्ति विभाग में चाहे करोड़ों के घोटाले हो जाए मगर किसी का कुछ नहीं बिगड़ा।
कृष्णा पुरी निवासी अनीता श्रीवास्तव ने बताया कि उनके दो बेटियां हैं, दोनों की शादी हो चुकी है अब वह और उनके पति ही परिवार में हैं, उनके पति बेरोजगार हैं दोनों वरिष्ठ नागरिक हैं तथा किराये के मकान में रहते हैं प्रति माह के खर्च के लिए बेटी पर आश्रित हैं, कई माह पहले राशन कार्ड से उनके पति का नाम बिना किसी जाँच के काट दिया गया था तीन महीने पहले मेरा भी नाम काटकर राशन कार्ड ही खत्म कर दिया।
तीन महीने से मै बीमार महिला जिला पूर्ति अधिकारी व ए.आर.ओ. कार्यालय के चक्कर लगाकर परेशान हो चुकी हूं, जिला पूर्ति अधिकारी शुक्ला कहते हैं दोबारा आवेदन करके नया कार्ड बनवा लो, लेकिन कार्ड निरस्त करने का कारण नहीं बता रहे हैं
अनीता का कहना है कि अब जिला अधिकारी से शिकायत करके आमरण अनशन करने के आलावा कोई चारा नहीं है, जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में कार्डो से यूनिट काटकर फ़र्जी कार्ड बनाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है और गरीब पूर्ति कार्यालय के धक्के खा रहे हैं
मुख्यमंत्री जी साल भर बाद चुनाव होने हैं, अगर गरीबो की आह लग गयी तो आपकी सरकार को भगवान भी नहीं बचा पाएंगे, अनीता ने मांग की है कि इस भ्रष्ट जिला पूर्ति अधिकारी की जाँच कराकर तुंरत हटाया जाए नहीं तो हम दोनों वरिष्ठ व गरीब नागरिकों के पास आमरण अनशन के अलावा दूसरा चारा नहीं है।