नहीं रहे मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना नजीर
मुजफ्फरनगर । मुस्लिम धर्म गुरु जानसठ के मौलाना नजीर का निधन हो गया। मौलाना नज़ीर लंबे समय से बीमार थे, उनका इस क्षेत्र में अत्यधिक मान सम्मान, इज्जत थी। कवाल में 2013 की घटना के बाद से वह काफी चर्चा में आए।
जानसठ के गांव कवाल में वर्ष 2013 में 27 अगस्त को मलिकपुरा के ममेरे भाई सचिव व गौरव की हत्या कर दी गई थी। इस संघर्ष में कवाल निवासी सलीम का पुत्र शाहनवाज भी मारा गया था।
इसके बाद क्षेत्र के हालात बिगड़ऩे प्रारंभ हो गए थे। वर्ष 2013 में तीन दिसंबर को जानसठ के मोहल्ला गंज में स्थित मदरसा तालीममुल कुरान के मौलाना नजीर अहमद कासमी क्षेत्र के काफी संख्या में मुस्लिम समाज को लेकर कवाल में जाने लगे। तब उन्हें प्रशासन ने रोका, उसमे काफी तकरार हुई।
बाद में सरकार ने उन्हें विशेष हेलीकॉप्टर से लखनऊ बुला बातचीत की। सपा सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा भी प्रदान की।मौ लाना नजीर के अनुयायियों में हिंदू मुस्लिम दोनों तबके के लोग रहे थे परंतु 2013 के बाद वह एक मुस्लिम धार्मिक गुरु के रूप में अत्यधिक पहचाने जाने लगे।