Muzaffarnagar: नागरिक गर्मी के पारे से हुए पसीने पसीने, लोग मुंह लपेटकर जाते दिखे
Muzaffarnagar मौसम के बदलते मिजाज के मई के महीने मे ही शरीर को चिपचिपाने वाली गर्मी ने जून की गर्मी की याद दिला दी। गर्मी का असर जनजीवन पर पडता नजर आ रहा है। भीष्ण गर्मी के कारण बाजारों मे सन्नाटा सा पसरा पडा है।
दोपहर के वक्त बाजारों से रौनक गायब है। दुकानदारों का कहना है कि गर्मी के कारण ग्राहकी बहुत कम है। अर्थात गर्मी के कारण सुबह-शाम की ही दुकानदारी रह गयी है। इस भीष्ण गर्मी से ना सिर्फ इंसान बल्कि बेजुबान जानवर भी परेशान हैं। तथा धूप से बचने के लिए छाव की तलाश मे इधर-उधर भटकते नजर आते हैं। कई सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओ तथा पशु-पक्षी प्रेमियों द्वारा भोजन की तलाश मे भटकने वाले जानवरों के लिए हरी घास, पानी तथा पक्षियो के लिए छतों पर पीने के पानी एवं दाने की व्यवस्था की गई है। उक्त संस्थाओ से जुडे पदाधिकरियो एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आमजन से अपील की है कि गर्मी के चलते सभी लोग अपने घरों की छतो पर पक्षियो के लिए दाना-पानी रखें।
वरिष्ठ चिकित्सक का कहना है कि लू से बचकर रहें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना जरूरी है। गर्मी से बचने के लिए धूप में काला चश्मा पहनकर निकले। सडक पर चलने वाले लोग मुंह लपेटकर जाते दिखे। कई स्थानों पर ठंडे पानी के ठेलियों पर लोगों की भीड नजर आई। तेज धूप व उमस भरी गर्मी में माहे रमजान के पाक महीने में रोजेदारों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पडा।
तेज धूप लोगों को चुभ रही थी। सुबह से हवा भी गुम रही। दोपहर के समय तेज धूप से चिपचिपी व उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही थी। गर्मी में लाइट के चले जाने के बाद लोग पसीने में तर-बतर हो गए। गर्मी के चलते लोग पेड़ के नीचे खड़े नजर आए।
तेज धूप को देखते हीए अधिकांश लोग अपने घरों में रहें। मार्ग से गुजरने वाले लोग गर्मी से बचने के लिए मुंह पर कपड़ा लपेटकर जाते नजर आए। कई स्थानों पर बढती गर्मी से बचाव को लोग ठंडा पानी, शर्बत व नीबू पानी पीते नजर आये। रस के जूस की ठेली पर भी लोगों की भीड लगी रही। तेज धूप से बचने को महिलाऐं आंखों पर काला चश्मा व छाता लेकर निकली। तेज धूप में निकलने वाले दुपहिया वाहन चालकों को खासा परेशानियों का सामना करना पडा।