Muzaffarnagar में 23 नवंबर को होगी निष्पक्ष और कड़ी सुरक्षा में मतगणना, मुख्य विकास अधिकारी ने दिए निर्देश
मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) आगामी 23 नवंबर को होने वाली मीरापुर विधानसभा उप चुनाव 2024 के बाद की मतगणना को लेकर मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था और पारदर्शिता का आश्वासन दिया है। यह चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और बिना किसी गड़बड़ी के संपन्न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया ने जिला पंचायत सभागार में मतगणना कार्य में लगे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यह महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी में होगी मतगणना
मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया ने कहा कि 23 नवंबर को होने वाली मतगणना के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। मतगणना स्थल पर पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों के द्वारा निगरानी की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान मतगणना कार्मिकों की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। सभी मतगणना कार्मिकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्धारित समय पर मतगणना स्थल पर पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
निष्पक्षता और पारदर्शिता में कोई समझौता नहीं
मुख्य विकास अधिकारी ने इस बात को भी साफ किया कि मतगणना में पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता का पालन किया जाएगा। किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को यदि अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोताही दिखती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मतगणना के दौरान प्रत्येक टेबल पर मतगणना पर्यवेक्षक, सहायक कर्मचारी और माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की जाएगी, ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और बिना किसी भेदभाव के संपन्न हो।
सभी कार्मिकों को मिलेगा प्रशिक्षण
संदीप भागिया ने आगे बताया कि सभी मतगणना कार्मिकों को मतगणना के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए 18 नवंबर को दूसरा प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें उन्हें निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बारे में भी विस्तार से समझाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को भी मतगणना प्रक्रिया में कोई शंका हो, तो वह अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर सकता है।
मोबाइल पर प्रतिबंध और सीसीटीवी निगरानी
मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मतगणना हॉल में प्रवेश करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और मतगणना कार्मिकों को मोबाइल फोन साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। पूरी मतगणना प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी, जिससे कोई भी गड़बड़ी या गड़बड़ी की कोशिश की स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
कंट्रोल यूनिट के प्रयोग की विस्तृत जानकारी
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व श्री गजेन्द्र कुमार ने मतगणना कार्य में लगे सभी कर्मचारियों को कंट्रोल यूनिट के प्रयोग की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान मतगणना के लिए कंट्रोल यूनिट का सही तरीके से उपयोग कैसे करना है, इस पर विस्तृत जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गई। उन्होंने बताया कि कंट्रोल यूनिट का उपयोग कर मतगणना को किस प्रकार संपन्न किया जाएगा, इसे समझने के लिए सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मतगणना प्रारूप का वितरण
अपर जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि मतगणना के दौरान प्रत्येक उम्मीदवार को प्राप्त मतों की संख्या को दर्ज करने के लिए एक विशेष प्रारूप उपलब्ध कराया जाएगा। यह प्रारूप सभी मतगणना कार्मिकों को सौंपा जाएगा, ताकि मतों की गिनती के दौरान कोई गलती न हो और सभी आंकड़े सही तरीके से दर्ज किए जा सकें।
सुरक्षा के अतिरिक्त कदम
इस बार मतगणना की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया ने कहा कि मतगणना हॉल के आस-पास विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी और किसी भी बाहरी व्यक्ति को मतगणना प्रक्रिया के पास आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, हर एक गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के लिए हर एक गेट पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
उच्च अधिकारियों के साथ सहयोग
इस प्रशिक्षण सत्र में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने मतगणना प्रक्रिया को सही तरीके से और बिना किसी रुकावट के संपन्न करने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।
मीरापुर विधानसभा उप चुनाव 2024 के मद्देनजर मतगणना को लेकर अधिकारियों द्वारा किए गए इंतजामों से यह साफ है कि इस बार की मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। सभी कर्मचारियों को पूरी जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिससे कोई भी समस्या उत्पन्न न हो। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि मतगणना में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या पक्षपाती कार्यवाही से बचने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
इस प्रक्रिया में सभी को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करना होगा। मतदान के बाद अब मतगणना की बारी है, और इसकी सुरक्षा और पारदर्शिता में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।