मानव तस्करी, लिंग आधारित हिंसा एवं पितृसत्ता’’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन
मुजफ्फरनगर। एस0डी0 कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुजफ्फरनगर में मिशन शक्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत चलाये जा रहे महिला सशक्तिकरण अभियान को आगे बढाते हुए ’’मानव तस्करी, लिंग आधारित हिंसा एवं पितृसत्ता’’ विषय पर दिल्ली श्रीमति पल्लबी घोष मानव अधिकार कार्यकर्ता एवं सीईओ, इम्पेक्ट एण्ड डॉयलाग फाउन्डेशन, नई दिल्ली के द्वारा छात्राओं को अत्याधिक महत्वपूर्ण जानकारी के द्वारा जागरूक किया गया।
उन्होने बताया कि किस तरह से भारत वर्ष में मानव तस्करी एवं लिंग आधारित हिंसा में मासूम बच्चों एवं महिलाओं का शोषण किया जाता है। इस विषय पर जागरूकता के द्वारा छात्राएं अपने आपको सुरक्षित रख सकती है।
सोशल मीडिया के बढते प्रचलन के कारण तस्करों के लिए यह कार्य और भी आसान हो गया है अतः हम सभी को सोशल मीडिया का उपयोग बहुत सावधानी पूर्वक करना चाहिए तथा उसमें अपनी किसी भी तरह की व्यक्तिगत सूचनाओं को साझा नही करना चाहिए जिससे कि हम सब अपने आप को सुरक्षित रख सके।
उन्होनें छात्राओं से यह अपील भी की कि यदि उनके आस पास इस प्रकार की कोई भी घटना हो रही है तो वह इस घटना को रोकने का प्रयास करे तथा सम्बन्धित अधिकारी को तुरन्त इसकी सूचना देकर पीडित व्यक्ति का जीवन बचाये।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अतिथि श्री असद जमा एडवोकेट ने कहा कि हम सब को यथा संभव एक दूसरे की मदद करनी चाहिए केवल धन का दान करने से ही मदद नही होती अपितु इसके अतिरिक्त हम अन्य बहुत सारे तरीको से भी एक दूसरे की मदद कर सकते है। जो व्यक्ति दूसरे की मदद करता है ईश्वर उसकी मदद करता है।
प्राचार्य डा0 सचिन गोयल न बताया कि आज के इस कार्यक्रम में श्रीमति पल्लबी घोष के द्वारा वर्तमान समय के सबसे ज्वलंत मुद्दो के बारे में जानकारी दी गई है जिसका मुख्य कारण यह है कि जागरूकता के अभाव के कारणवश बहुत से बच्चे व महिलाओं को इस नारकीय जीवन में रहने को विवश कर दिया जाता है
अतः आज के समय में यह आवश्यक हो गया है कि हर व्यक्ति इन सभी अपराधों के प्रति जागरूक हो एवं अपना तथा समाज का इन बुराईयों से बचाव कर सकें।
इस समारोह को सफल बनाने में श्रीमति मानसी अरोरा, श्रीमति एकता मित्तल, श्रीमति नीतु गुप्ता, प्रियंका कश्यप, श्रीमति सपना, श्रीमति नुपुर अरोरा, श्रीमति प्राची चौधरी, श्रीमति अजरा बतूल, श्रीमति अनामिका, श्रीमति गरिमा, अकांक्षा, सोनिया, स्वाति, पिंकी, मोनिका, टिवंकल, साक्षी, आदि का योगदान रहा।