Muzaffarnagar में ITF 400 tournament का रोमांचक समापन: खिलाड़ियों ने कहा, ‘ऐसा टूर्नामेंट पूरे हिंदुस्तान में कहीं नहीं
Muzaffarnagar में आयोजित डॉ. सुरेंद्र प्रकाश मेमोरियल अंतरराष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट (ITF 400 tournament) का समापन भव्य तरीके से हुआ, जहां खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों ने सर्विसेज क्लब के ऐतिहासिक ग्रास कोर्ट पर अपने प्रदर्शन का जलवा बिखेरा। इस आयोजन में देश-विदेश के खिलाड़ी और विशिष्ट अतिथि मौजूद थे, जिन्होंने टूर्नामेंट के आयोजन, उसकी भव्यता और व्यवस्थाओं की खुले दिल से प्रशंसा की। खिलाड़ियों ने कहा कि हिंदुस्तान में ऐसा टूर्नामेंट कहीं और देखना मुश्किल है।
डीसीबी बैंक के मैनेजर श्री आशु गुप्ता, इंडसइंड बैंक के श्री नरेंद्र चौधरी, टूर्नामेंट डायरेक्टर श्री अमित प्रकाश और टूर्नामेंट सेक्रेटरी श्री विजय वर्मा जैसे सम्मानित व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस टूर्नामेंट को एक विशेष गरिमा दी। वहीं, टूर्नामेंट के दौरान उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में डॉ. सुनील चौधरी, माँगे राम पूँजीत, शोभित चौधरी, ब्रिज मोहन और हिमांशु मालिक जैसे चीफ रेफरी का भी अहम योगदान रहा।
टूर्नामेंट का मुख्य आकर्षण और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
इस अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में विभिन्न आयु वर्गों में भाग ले रहे खिलाड़ियों ने कहा कि यह टूर्नामेंट देश के अन्य टूर्नामेंट्स से अलग और बेहतरीन है। खेल जगत में इसकी साख और आयोजन का स्तर ‘ए-क्लास’ में आता है, जिससे इसे एक अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है। खिलाड़ियों का कहना था कि पूरे देश में ऐसा टूर्नामेंट मिलना मुश्किल है। खिलाड़ियों के साथ-साथ विदेशी प्रतिभागियों ने भी आयोजन की सराहना की और आयोजन टीम को बधाई दी।
टूर्नामेंट के दौरान उपस्थित बाल पिकर, चेयर एम्पायर, और फिजियो टीम ने भी बेहतरीन योगदान दिया, जिनका धन्यवाद टूर्नामेंट आयोजक अमित प्रकाश और विजय वर्मा ने किया। खिलाड़ियों ने यह भी कहा कि मुजफ्फरनगर में खेल की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए, ऐसे टूर्नामेंट्स यहां के खेल प्रेमियों और उभरते खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत साबित हो सकते हैं।
मैच के रोमांचक नतीजे और विजेताओं की सूची
इस ITF 400 tournament के अलग-अलग आयु वर्गों के विजेता और उपविजेता की सूची भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। खिलाड़ियों ने अपने अद्भुत खेल कौशल और जोश के दम पर जीत हासिल की। विजेताओं में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- 60 वर्ष आयु वर्ग (सिंगल्स): नागराज ने चंद्रभूषण को 6-1, 6-4 से हराकर जीत दर्ज की।
- 70 वर्ष आयु वर्ग (सिंगल्स): एजीएस चटवाल ने दिलीप शिवपुरी को 6-2, 6-1 से मात दी।
- 65 वर्ष आयु वर्ग (सिंगल्स): आशीष सेन ने सुरेश को 6-1, 6-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
- 35 वर्ष आयु वर्ग (डबल्स): जितिन बिश्नोई और हाफिज बेग ने पार्थ को 3-6, 6-4, 10-4 से हराया।
- 65 वर्ष आयु वर्ग (डबल्स): राकेश कोहली और आशीष सेन ने सुनील पांडेय व अशोक रे को 7-5, 6-4 से हराया।
- 70 वर्ष आयु वर्ग (डबल्स): एजेएस चटवाल और डॉ. एसजेएस रंधावा की जोड़ी ने दिलीप शिवपुरी व जॉर्ज की टीम को 6-3, 6-2 से हराया।
- 60 वर्ष आयु वर्ग (डबल्स): नागराज और अरुण अग्रवाल ने राजन बेरी और चंद्र भूषण को 6-4, 6-4 से हराकर अपने फाइनल्स में जीत हासिल की।
टूर्नामेंट के आयोजन की खास बातें
इस टूर्नामेंट को लेकर स्थानीय खेल जगत में खासा उत्साह था। इसके आयोजक अमित प्रकाश और विजय वर्मा ने न केवल खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि उनके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाईं। इस दौरान खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधा दी गई, जो उन्हें एक यादगार अनुभव दे सकी। ग्रास कोर्ट पर इस तरह का आयोजन बहुत कम जगहों पर देखा जाता है, जो इस टूर्नामेंट की खासियतों में एक था। खिलाड़ियों को ग्रास कोर्ट पर खेलते देखना एक दुर्लभ नज़ारा था, जिससे दर्शकों में भी भारी उत्साह का माहौल बना रहा।
इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने मुजफ्फरनगर में खेल के इस बढ़ते स्तर और स्थानीय लोगों की खेल के प्रति रुचि की भी सराहना की। वे मानते हैं कि इस प्रकार के आयोजन से न केवल शहर बल्कि पूरे देश के खेल प्रेमियों को एक नया उत्साह मिलता है। खिलाड़ियों और उनके परिवारों के लिए आयोजित विशेष सत्रों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी इस आयोजन को विशेष बना दिया।
खिलाड़ियों के लिए एक यादगार अनुभव
इस ITF 400 tournament के बाद खिलाड़ियों ने आयोजकों का धन्यवाद किया और इस आयोजन को अपनी स्मृतियों में संजो कर ले गए। आयोजन स्थल पर खिलाड़ियों के लिए सभी तरह की बुनियादी और अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध थीं, जैसे कि उच्च स्तरीय फिजियोथेरेपी टीम, अनुभवी रेफरी और उनके लिए बनाए गए कंफर्ट जोन।
इस टूर्नामेंट ने यह साबित कर दिया कि यदि खेल का आयोजन सही तरीके से किया जाए, तो यह शहर या गांव के खिलाड़ियों को एक बड़ा मंच दे सकता है। आने वाले वर्षों में, मुजफ्फरनगर को एक प्रमुख खेल स्थल के रूप में विकसित होते देखना अत्यंत रोचक होगा, जहां ऐसे ही उच्चस्तरीय खेल आयोजन होते रहें।