विश्वविद्यालयों की प्रस्तावित परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग
मुजफ्फरनगर। रालोद छात्र सभा के प्रदेश महासचिव अंकित सहरावत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित ज्ञापन में कोरोना महामारी के दृष्टिगत विश्वविद्यालयों की प्रस्तावित परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पूरे देश में मानव जीवन संकट में है। कोरोना महामारी के कारण सभी व्यक्ति बाहर निकलने से भयभीत है वह केवल आवश्यक कार्यों के लिए ही घर से बाहर निकलते हैं।
विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को लेकर छात्रों और अभिभावकों में डर का माहौल है अतः कुछ बिन्दुओ पर उन्होंने अवगत कराया। परीक्षाओं में किसी भी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं है
जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में विभिन्न जिलों से छात्र पढ़ते हैं जो शहर के विभिन्न मोहल्लों में किराए के मकानों में रहते हैं लोक डाउन के बाद सभी छात्र अपने घरों को जा चुके हैं और दोबारा उनके ठहरने का कोई इंतजाम छात्रों के पास नहीं है। कोरोनावायरस के कारण शहर के विभिन्न क्षेत्र कंटोनमेंट के रूप में घोषित किए गए हैं।
बाहर से आने वाले छात्रों को आवास की विषम परिस्थिति जूझना पड़ सकता है। कोरोना संक्रामक बीमारी है बाहर से आने वाले विद्यार्थी इस अदृश्य बीमारी का वाहक हो सकता है। परीक्षा को लेकर आने वाली खबरों से छात्र और अभिभावक डरे हुए हैं । शिक्षक और कर्मचारी परीक्षा को लेकर भयभीत है।
कई विश्वविद्यालयों में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में शिक्षकों के कोरोनावायरस पाए जाने के कारण मूल्यांकन कार्य स्थगित करना पड़ा । मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्णय के क्रम में कई विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को प्रोन्नत किए जाने का निर्णय ले जा चुका है।
परीक्षा के संबंध में कोई भी फैसला लेने से पहले छात्र अभिभावक और शिक्षकों के पक्ष की भी सुनवाई हो और और इन सभी पक्षों के संगठनों से बातचीत की जाए।
निवेदन है कि सभी परीक्षाएं निरस्त की जाए और छात्रों को पूर्व में हो चुकी परीक्षा के परिणाम के आधार पर आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए। इस दौरान अंकित सहरावत, नसीम राणा, आदित्य राठी, पराग चौधरी, समद खान, अश्विन चौधरी मोजूद रहे।