नए सत्र से खुलेंगे यूपी में 16 नए आईटीआई : युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार की पहल
मुजफ्फरनगर। प्रदेश की योगी सरकार युवाओं को आत्मीनिर्भर व उनका कौशल विकास कर सपनों को पूरा करने में जुटी है। युवाओं को इंडस्ट्री से जोड़ने से लेकर उनको रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता से काम किया जा रहा है।
आईटीआई के जरिए युवाओं को दक्ष बनाने के लिए प्रदेश सरकार नए सत्र में पीपीपी मॉडल पर १४ नए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई खोलने जा रही है।
अभी प्रदेश में ३०० से अधिक आईटीआई संचालित किए जा रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदेश सरकार पीपीपी मॉडल पर १४ नए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बनवाने जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक अगस्त २०२१ तक नए आईटीआई में दाखिले की प्रक्रिया होना शुरू हो जाएगी।
१४ नए आईटीआई खुलने के बाद फिटर, इलेक्ट्रानिक मैकेनिक, टेक्निशियन, प्रोग्रामिंग असिस्टेंसट, कम्प्यूटर आपरेटर जैसे कोर्सों में सीटों की संख्या बढ़ जाएगी। इससे छात्रों को दाखिला मिलने में काफी आसानी होगी। अभी यूपी के ३०५ आईटीआई संचालित हो रहे हैं। इसमें १.७२ लाख छात्र-छात्राएं विभिन्न कोर्सों में पढ़ाई कर रहे हैं।
सरकार नए आईटीआई खोलने में उन तहसीलों व विकास खंडों या अल्पसंख्यक बहुल्य क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। जहां पर कोई प्रशिक्षण संस्थापन नहीं है।
एनसीवीटी से मिली मान्यता, राष्ट्रीय स्तर पर मान्या आईटीआई अधिकारियों के मुताबिक यूपी के आईटीआई से कोर्स करने के बाद उसको जो प्रमाण पत्र मिलेगा।
वह राष्ट्रीय स्तर पर मान्या होंगे। विभाग की ओर से पिछले चार सालों में १ लाख ७ हजार ४८९ सीटों की मान्यता नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग से हासिल की जा चुकी है। मुजफ्फरनगर शहर – सिटी न्यूज
जो विभाग की बड़ी उपलब्धि है। इन सीटों पर पढ़ने वाले छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्य प्रमाण पत्र मिलेगा। प्रदेश में अब १ लाख ५१ हजार ५०८ सीटों पर मान्यता मिल चुकी है।
इसके अलावा राजकीय आईटीआई में आईटी लैब, स्मांर्ट क्लास व सोलर एनर्जी प्लांकट स्थापित करने के साथ-साथ छात्रों को औद्योगिक ईकाईयों से जोड़ कर ट्रेनिंग दिलाए जाने का काम भी किया जा रहा है।