Gorakhpur News: कानपुर और आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन का वर्चुअल अनावरण,दुनिया की कोई ताकत भारत के आगे नहीं ठहर सकती : योगी
Gorakhpur News: CM Yogi Adityanath ने कहा है कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो रेल का सफल संचालन किया जा रहा है। कानपुर और आगरा में मेट्रो का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके साथ ही पांच अन्य प्रमुख शहरों गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ और झांसी में मेट्रो के लिए डीपीआर तैयार है या अंतिम चरण में है। इन शहरों में भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा उपलब्ध होगी।
सीएम योगी ने यह बातें शनिवार को गोरखनाथ मंदिर से कानपुर और आगरा मेट्रो (Kanpur & Agra Metro) की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन (Prototype Train) का वर्चुअल अनावरण करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए उल्लास का क्षण है। वास्तव में मेट्रो जैसा सुरक्षित और आरामदायक पब्लिक ट्रांसपोर्ट आज की आवश्यकता है।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि 30 नवम्बर के आसपास हम कानपुर और आगरा मेट्रो को देश को समर्पित करने की स्थिति में होंगे। प्रयास होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से इसका शुभारंभ कराया जाए।
उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि वड़ोदरा के उपक्रम में कोविड काल की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन को समय से पहले उपलब्ध कराया गया है। सीएम ने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना भी साकार हो रही है।
मुख्यमंत्री ने आगरा व कानपुर मेट्रो के प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन के वर्चुअल अनावरण के दौरान वड़ोदरा से जुड़े यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक, मेसर्स एल्सटॉम, इंडिया ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक समेत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इसके लिए बधाई भी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नई थ्योरी में पता चला है कि पूरे देश का डीएनए एक है। यहां आर्य-द्रविण का विवाद झूठा और बेबुनियाद रहा है। भारत का डीएनए एक है। इसलिए भारत एक है। आज दुनिया की तमाम जातियां अपने मूल में ही समाप्त होती गई हैं जबकि भारत में फलफूल रही हैं। पूरी दुनिया को भारत ने ही वसुधैव कुटुंबकम का भाव दिया है, इसलिए वह श्रेष्ठ है।
साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह का शुभारंभ-
सीएम योगी शनिवार को युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं व राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 7वीं पुण्यतिथि पर आयोजित साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह का शुभारंभ कर रहे थे। आयोजन के पहले दिन गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में “एक भारत- श्रेष्ठ भारत की संकल्पना ही समर्थ भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा” विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी ऐसा भारतीय नहीं होगा जिसे अपने पवित्र ग्रन्थों वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत आदि की जानकारी न हो। हर भारतीय परम्परागत रूप से इन कथाओं को सुनते हुए, उनसे प्रेरित होते हुए आगे बढ़ता है।
सीएम ने कहा कि कोई भी वेद, पुराण या हमारे अन्य ग्रन्थ यह नहीं कहते कि हम बाहर से आए हैं। हमारे ग्रन्थों में आर्य श्रेष्ठ के लिए और अनार्य दुराचारी के लिए कहा गया है। रामायण में माता सीता ने प्रभु श्रीराम की आर्यपुत्र कहकर संबोधित किया है। पर कुटिल अंग्रेजों ने वामपंथी इतिहासकारों के माध्यम से इतिहास की पुस्तकों में यह पढ़वाया कि तुम आर्य बाहर से आए हो। ऐसे ज्ञान से नागरिकों में आ”माता भूमि पुत्रोह्म पृथिव्यां” का भाव कैसे पैदा होगा।
इतिहास के इस काले अध्याय के जरिये की गई कुत्सित चेष्ठा का परिणाम देश लंबे समय से भुगतता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही वजह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भारत-श्रेष्ठ भारत का आह्वान करना पड़ा। आज मोदी के विरोध के पीछे एक ही बात है। उनके नेतृत्व में अयोध्या में पांच सौ वर्ष पुराने विवाद का समाधान हुआ है। विवाद खत्म होने से जिनके खाने-कमाने का जरिया बंद हो गया है , तो उन्हें अच्छा कैसे लगेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज जब विस्मृति के चंगुल में फंस जाता है तो वह फरेब का शिकार हो जाता है। भारतीयों के साथ भी यही हुआ। विवाद तो रामजन्मभूमि और ढांचे को लेकर भी खड़ा किया गया। ऐसे में भारतीयों को फरेब के चंगुल से बाहर निकालने को पीएम मोदी ने “सबका साथ-सबका विकास” और “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” का मंत्र दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय था जब चीन हमारी सीमाओं पर अतिक्रमण करता था और हम मौन रहते थे। आज सक्षम नेतृत्व ने डोकलाम में चीन को जो करारा जवाब दिया, उसे पूरा विश्व जानता है। आज प्रधानमंत्री जो कहते हैं उसके पीछे 135 करोड़ लोगों का व्यापक समर्थन होता है। ऐसे में दुनिया की कोई भी ताकत भारत के आगे ठहर नहीं पाएगी। आज नेतृत्व की तरह हर क्षेत्र और नागरिकों के आचरण में परिवर्तन देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ सरकार के भरोसे जो समाज रहता है, वह स्वावलंबी और आत्मनिर्भर नही हो सकता। समाज को खुद भी आगे आना होगा।