Karnataka में धर्म के आधार पर मुसलमानों को मिला ओबीसी आरक्षण, पीएम मोदी ने किया जोरदार हमला
Karnataka कांग्रेस सरकार ने राज्य के मुस्लिमों को आरक्षण का लाभ देने के लिए पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल किया है. राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग की ओर से यह जानकारी दी गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने कहा कि कर्नाटक सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक के मुसलमानों की सभी जातियों और समुदायों को राज्य सरकार के तहत रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण के लिए ओबीसी की सूची में शामिल किया गया है. श्रेणी II-बी के तहत, कर्नाटक राज्य के सभी मुसलमानों को ओबीसी माना गया है.
वहीं, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह देश में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करना चाहती है. अंबिकापुर में एक चुनावी सभा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का घोषणापत्र आया तब से मैं कह रहा हूं कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है. जब संविधान बन रहा था तब काफी चर्चा और विचार के बाद बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में यह तय किया गया था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा.
आरक्षण होगा तो मेरे दलित भाई बहनों के लिए, मेरे आदिवासी भाई बहनों के लिए होगा. लेकिन धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं होगा. लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने कभी इन महापुरुषों की बातों की परवाह नहीं की, संविधान की पवित्रता की बात नहीं की, बाबा साहब अंबेडकर के शब्दों की परवाह नहीं की.
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पहले भी आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया था. कांग्रेस ने इसे पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई थी. इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 फीसदी आरक्षण की बात कही थी और यह भी कहा था कि एससी, एसटी, ओबीसी का कोटा है उसमें से कम करके धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण दिया जाए.
उन्होंने कहा कि 2009 के अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया और 2014 के कांग्रेस के घोषणापत्र में भी इन्होंने साफ-साफ कहा था कि वह इस मामले को कभी भी छोड़ेंगे नहीं. मतलब धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे. यदि दलितों का, आदिवासियों का आरक्षण कट करना पड़े तो करेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक और पाप किया. मुस्लिम समुदाय में जितनी भी जातियां हैं, सबको उन्होंने ओबीसी कोटे में डालकर ओबीसी बना दिया. यानी जो हमारे ओबीसी समाज को लाभ मिलता था उसका बड़ा हिस्सा कट गया.