Muzaffarnagar: तेज गर्मी से नागरिक हुए परेशान, बाजारों मे दोपहर के वक्त सन्नाटा
Muzaffarnagar भीष्ण गर्मी से हर कोई त्रस्त है। दिन प्रतिदिन बढती गर्मी का असर जनजीवन पर पडता नजर आ रहा है। गर्मी के कारण एक और जहां बाजारों मे दोपहर के वक्त सन्नाटा सा पसरा रहता है। वहीं दूसरी और तेज गर्मी के कारण जीना मुहाल है।
गर्मी से इंसान ही नही बल्कि निरीह प्राणी भी परेशान हैं। जो गर्मी से बचने के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं। मई के महीने मे ही जून-जौलाई जैसी गर्मी से हर कोई त्रस्त है। बुजुर्गो का कहना है कि समय के बदलाव तथा विकास के नाम पर प्रकृति के साथ हो रही छेडछाड भी मौसम की इस बेतहाशा तब्दीली का कारण है। पेडो ंका अधिक कटान तथा वृक्षारोपण के प्रति जनजागरूकता की कमी, पहाडी इलाको मे विकास के नाम पर वनो की कटान, वायु प्रदूषण आदि कई ऐसे बडे कारण हैं।
जिनसे मानसून प्रभावित होता नजर आ रहा है। अतः लोगों को इस दिशा मे गंभीरता से विचार करना चाहिए। अर्थात अधिकाधिक पौधारोपण करना होगा ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे। हालाकि सरकार की और से समय समय पर पौधारोपण किया जाता है। परन्तु जन जागरूकता बेहद जरूरी है। ताकि एक विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाए इस दिशा में एक मिशन के रूप मे कार्य कर सकें।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि गर्मियो मे अक्सर उल्टी, दस्त तथा बदहजमी की शिकायत बन जाती है। अतः गर्मियो मे बाहर का खाने से बचें, तला भुना ना खायें। घर का बना तथा साधारण भोजन ले। भूख से कुछ कम खायें एवं अधिकाधिक पानी पियें।
गर्मी के प्रकोप से बचने के ओ.आर.एस. का घोल पियें। धूप से बचने के लिए कोशिश करें कि बाजार के काम सुबह शाम मे ही निपटा लिए जाये। दोपहर के वक्त धूप मे निकलने से बचें। इस प्रकार की कई सावधानियां हैं। जिनसे गर्मी से बचाव हो सकता है।