अवैध प्लॉटिंग पर चला प्रशासन का बुलडोजर, Muzaffarnagar में 27 बीघा भूमि पर ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई
Muzaffarnagar के थाना मन्सूरपुर क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही 27 बीघा भूमि पर बनी कॉलोनी को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण (MDA) ने यह बड़ी कार्रवाई एनएच-58 डिस्टलरी के सामने की, जहां श्री सुनील कुमार चौधरी सहित अन्य भू-स्वामियों ने बिना स्वीकृत मानचित्र के अवैध प्लॉटिंग कर दी थी।
यह अवैध कॉलोनी लंबे समय से विकसित की जा रही थी, लेकिन प्रशासन की सख्ती के बावजूद भू-स्वामी इसे हटाने को तैयार नहीं थे। पहले भी MDA ने नोटिस जारी किए थे और चालानी कार्रवाई भी हुई थी, लेकिन जब कोई असर नहीं दिखा, तो अंततः बुलडोजर चलाकर इसे ध्वस्त करना पड़ा।
27 बीघा भूमि पर बसी अवैध कॉलोनी का हुआ अंत!
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने अपनी टीम और पुलिस बल के साथ थाना मन्सूरपुर क्षेत्र के जोन-5 में अवैध प्लॉटिंग पर जबरदस्त कार्रवाई की। इस दौरान अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता सहित प्राधिकरण की पूरी टीम मौजूद रही।
अवैध रूप से बसाई जा रही इस कॉलोनी को हटाने के लिए बुलडोजर की मदद से ज़मीन समतल कर दी गई। मौके पर प्राधिकरण के अधिकारी और पुलिस बल ने यह सुनिश्चित किया कि कार्रवाई के दौरान कोई बाधा न आए।
अवैध प्लॉटिंग का खेल: कैसे होती है धोखाधड़ी?
मुजफ्फरनगर समेत देशभर में अवैध प्लॉटिंग का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। कई भू-स्वामी बिना सरकारी अनुमति के कृषि भूमि को प्लॉटिंग करके बेच देते हैं, जिससे न केवल कानून का उल्लंघन होता है बल्कि कई मध्यमवर्गीय लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं।
इस प्रक्रिया में आमतौर पर होता यह है कि:
✅ भू-स्वामी सरकारी मंज़ूरी के बिना ज़मीन के टुकड़े कर बेचने लगते हैं।
✅ खरीदार को यह भरोसा दिया जाता है कि जल्द ही सरकारी मंज़ूरी मिल जाएगी।
✅ कॉलोनाइज़र बड़े-बड़े वादे करके लोगों से पैसे वसूल लेते हैं।
✅ जब प्रशासन कार्रवाई करता है, तो खरीदारों के पैसे डूब जाते हैं।
इसी तरह की स्थिति मन्सूरपुर क्षेत्र की इस कॉलोनी में भी देखने को मिली। लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई से प्लॉट खरीदे थे, लेकिन जब प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की, तो उनका सपना चकनाचूर हो गया।
MDA की सख्ती: अब नहीं बच पाएंगे अवैध कॉलोनाइज़र!
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण अब अवैध प्लॉटिंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना मंज़ूरी प्लॉटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
हाल ही में ऐसे ही कई अन्य इलाकों में भी अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई हुई है:
✅ मेरठ में 50 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी ध्वस्त
✅ गाजियाबाद में अवैध प्लॉटिंग को लेकर 100 से अधिक नोटिस जारी
✅ लखनऊ में अवैध प्लॉटिंग करने वालों पर FIR दर्ज
MDA अधिकारियों का कहना है कि अब कोई भी भू-स्वामी बिना स्वीकृति के प्लॉटिंग करेगा, तो उसकी ज़मीन पर तुरंत बुलडोजर चलाया जाएगा।
खरीदार रहें सावधान! ऐसे बचें अवैध प्लॉटिंग के झांसे से
अगर आप भी कोई प्लॉट खरीदने का सोच रहे हैं, तो ये सावधानियां ज़रूर बरतें:
✅ भूमि के दस्तावेज़ों की अच्छे से जांच करें।
✅ संबंधित नगर निगम या विकास प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र की पुष्टि करें।
✅ ब्रोकर या दलालों पर पूरी तरह से भरोसा न करें।
✅ ज़मीन की रीसेल वैल्यू और सरकारी रिकॉर्ड को देखें।
✅ किसी भी डील से पहले कानूनी विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।
क्या कह रहे हैं अधिकारी?
MDA के अधिकारियों ने इस कार्रवाई के बाद स्पष्ट किया कि मुजफ्फरनगर में अवैध प्लॉटिंग पर अब और सख्ती बरती जाएगी। एक अधिकारी ने कहा,
“हम पहले भी नोटिस जारी कर चुके थे, लेकिन जब अवैध निर्माण नहीं रोका गया, तो हमें बुलडोजर चलाना पड़ा। यह संदेश सभी अवैध कॉलोनाइज़र के लिए है कि अब बिना मंज़ूरी प्लॉटिंग करने वालों पर बड़ी कार्रवाई होगी।”
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं। कुछ लोग प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ उन गरीब लोगों के लिए दुखी हैं जिन्होंने इन अवैध प्लॉटों को खरीद लिया था।
निष्कर्ष: बुलडोजर राज में अब नहीं बचेगी अवैध प्लॉटिंग!
मुजफ्फरनगर में 27 बीघा भूमि पर बनी अवैध कॉलोनी का ध्वस्तीकरण प्रशासन की बड़ी कार्रवाई में से एक है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि अब अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाने में कोई देरी नहीं की जाएगी।
अगर आप भी प्लॉट खरीदने की सोच रहे हैं, तो पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही कोई निर्णय लें ताकि भविष्य में किसी धोखाधड़ी के शिकार न हों।