Muzaffarnagar News-जैन सन्त के दर्शन हेतु पहुंचे सपा नेता हरेंद्र मलिक व गौरव जैन
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News)। जैन औषधालय में आचार्य श्री १०८ पुष्पदन्त सागर जी महाराज चातुर्मास हेतु विराजमान हैं व प्रतिदिन सुबह व शाम श्रावकगण आचार्य श्री का प्रवचन सुनकर धर्म लाभ लेते हैं व स्वयं को कृतार्थ समझते हैं
इसी प्रवचन कार्यक्रम में धर्म लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से अन्य क्षेत्रवासी,सामाजिक व राजनैतिक गणमान्य लोग भी आशीर्वाद प्राप्त करने की इच्छा से भक्ति भाव के साथ प्रवचन में पहुँचतें हैं जहाँ जैन समाज के गणमान्य गणों द्वारा पधारे अतिथिगण का यथोचित सम्मान भी सदैव किया जाता है ततपश्चात गुरुदेव द्वारा प्रवचन करने के पश्चात पधारे अतिथियों को भी गुरुदेव की वंदना कर आशीर्वाद का सौभाग्य प्राप्त होता है
इसी कड़ी में प्रातः ९ बजे पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक व पूर्व विधानपरिषद प्रत्याशी व सपा नेता गौरव जैन भी आचार्य श्री के दर्शन व धर्म लाभ हेतु जैन अतिथिभवन पहुँचें व समाज के गणमान्य लोगो द्वारा पटका,पगड़ी पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया व आगन्तुको ने गुरुदेव के वंदना कर प्रवचन लाभ भी लिया। मौके पर पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि त्याग व तपस्या की प्रतिमूर्ति आचार्य श्री पुष्पदन्त सागर जी के दर्शन पाकर मैं धन्य हुआ हूँ।
सपा नेता व पूर्व विधानपरिषद प्रत्याशी गौरव जैन ने कहा कि तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी द्वारा दिखाया गया रास्ता ही कल्याण का मार्ग है।
इससे पूर्व जैन औषधालय पहुंचने पर सुनील जैनष्टीकरी अतिथियों को मुख्य द्वार से सम्मान सहित लेकर मंच पर पहुँचें जहां आगन्तुकों का प्रवीण जैन, सुनील जैन टीकरी, पुनीत जैन, रोहित जैन, नितिन जैन मोंटू, विकास जैन रोबी, आशीष जैन, प्रदीप जैन आदि द्वारा स्वागत व सम्मान किया गया ।
धर्म से जूडने पर उसका फल जरूर निकलता हैः गणाचार्य पुष्पदन्त सागर जी महाराज
मुजफ्फरनगर। प्रातः काल की बेला में आचार्य पुष्पदंत सागर जी महाराज संसंघ के मुखारविंद से दिगंबर जैन मंदिर प्रेमपुरी में शांतिधारा कराई गई । जिसमें प्रेमपुरी मन्दिर कमेटी युवा मण्डल एवं ज्ञानोदय क्लब के सदस्यों ने अभिषेक कर पुण्य अर्जित किया जैन औषधालय प्रेमपुरी में आज के कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व सांसद एवं विधायक हरेंद्र मलिक एवं गौरव जैन राष्ट्रीय अध्यक्ष जैन एकता मंच दोनों ने महावीर भगवान एवं गुरुदेव विमल सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्वलन के द्वारा किया । गुरुदेव के पाद प्रक्षालन एवं गुरु पूजा करने का परम सौभाग्य डॉक्टर पंकज जैन स्वदेश जैन अक्षत जैन को मिला । अक्षत जैन द्वारा निशुल्क ्रश्चश्चद्यश मेडिकल कैंप का आयोजन जैन औषधालय परिसर में सभी भक्तों के चेकअप के लिए लगाया गया ।
मोके पर उपस्थित पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक जी ने कहा कि त्याग व तपस्या की प्रतिमूर्ति आचार्य पुष्पदन्त सागर जी महाराज के दर्शन पाकर मैं धन्य हुआ हूँ। सपा नेता व पूर्व विधान परिषद प्रत्याशी गौरव जैन ने कहा कि तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी द्वारा दिखाया गया रास्ता ही कल्याण का मार्ग है। आचार्य ने अपनी वाणी से संबोधित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति नौकरी की तलाश में निकला । पढ़ा लिखा था साक्षातार करने वालों ने पूछा नौकरी क्यों करनी है उसने बोला परिवार के खर्चे के लिए फिर उन्होंने पूछा आप और क्या करते हो तो वह बोला कभी-कभी मैं सिगरेट पी लेता हूं लेकिन सिगरेट पीने के बाद इलायची खा लेता हूं जिससे बदबू नहीं आती फिर पूछा और क्या करते हो कभी कभी शराब भी पी लेता हूं दोस्तों के साथ बैठता हूं तो पीनी पड़ती है
और क्या करते हो जुआ भी खेलता हूं और जो जुए में हार जाता हूं तो उसे पूरा करने के लिए जेब भी काट लेता हूं जेल में भी हो आया हूं जेब काटने की वजह से पकड़ा गया इसलिए जेल में भी हो आया हूं और वहां पर झूठ बोलना भी सीख गया हूं । बस एक गलत आदत जो जिंदगी खराब कर देती है ।एक गलत आदत पढ़ने से पूरा जीवन खराब हो जाता है । इतनी सारी बाते उसने ईमानदारी से बताई तो फिर उसे नौकरी कैसे मिल पाती । अगर आप प्रतिदिन मंदिर जाते हैं तो आदत पड़ गई तभी तो प्रतिदिन मंदिर जाते हो । मंदिर में जाकर भगवान को नहीं समझते समय पास करने के लिए आपस में दो-चार बातें करते हो और दूसरों की गलतियों को ढूंढते हो यह सब आदत आप में पड़ जाती है । लेकिन जिस उद्देश्य से मंदिर जाते हो वह आपका पूरा नहीं हो पाता है।
हमारी जिंदगी में जितना भी परिवर्तन है वह कामप्रीडेस से आता है मंदिर समय पर जाते हैं एक आदत है। प्यास लेकर जाते हैं तो वह श्रद्धा है । जैसे ही अपने में डूब जाते हैं तो ध्यान शुरू हो जाता है। जिन चीजों के प्रति आप आकर्षित हैं आपके संबंध जुड़ गया है वह हितकारी नहीं है । आपने अपनी शक्तियों को कामना से वासना से खत्म कर दिया है । मंदिर में आज तक आपका रिश्ता इसलिए ही नहीं बन पाया है ।
ईश्वर दिखता नहीं है लेकिन जब आप धर्म से जूड़ते हैं तो उसका फल जरूर निकलता है । मंदिर किसे कहते हैं जिस जगह बैठकर आप लोग धर्म की चर्चा करते हैं स्वाध्याय करते हैं ध्यान लगाते हैं । नीले नीले छत के नीचे बैठा मदारी आपके भीतर बैठा है वही आप का उद्धार करेगा जो जीवन आपको मिला है वह पुण्य के दान से मिला है । कल फिर मिलेंगे। आज के कार्यक्रम में मुख्य सहयोग वर्षायोग सेवा समिति पुष्पदंत सागर युवा मण्डल एव अमूल जैन अमित जैन प्रदीप जैन अनुज जैन मुकेश जैन व मीडिया प्रभारी सुनील जैन (टीकरी वाले )प्रवीण जैन (चीनू ) रोहित जैन ( अप्पू ) विपिन जैन (चन्नू ) आदि का रहा । आज के कार्यक्रम का सुंदर मंच संचालन पुनीत जैन द्वारा किया गया ।