Muzaffarnagar में पुलिस की बड़ी कामयाबी: 10,000 का इनामी और 3 साल से फरार अभियुक्त गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर, रतनपुरी (Muzaffarnagar): उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की रतनपुरी पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। तीन साल से फरार और ₹10,000 के इनामी अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष अभियान का नतीजा है।
मुखबिर की सूचना बनी सफलता की कुंजी
पुलिस को सूचना मिली थी कि फरार अभियुक्त रामबाबू मैनेजर, निवासी पंचगावा, थाना सेमरा, जनपद पश्चिमी चंपारण (बिहार), ग्राम रायपुर नंगली के पास हाईवे पर मौजूद है। सूचना के आधार पर थाना रतनपुरी के प्रभारी निरीक्षक तेज सिंह के निर्देशन में पुलिस टीम ने छापा मारा और अभियुक्त को धर दबोचा।
गिरफ्तारी के पीछे पुलिस टीम की मेहनत
अभियुक्त रामबाबू के खिलाफ मामला मु.अ.सं.- 39/2021 में दर्ज था। यह मामला भारतीय दंड संहिता की धाराओं 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 506 (धमकी), 467, 468 (जालसाजी), और 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) से संबंधित है। अभियुक्त के खिलाफ स्थायी वारंट जारी था।
गिरफ्तार करने वाली टीम में उ0नि0 योगेश तेवतिया, हैडकांस्टेबल कपिल कुमार, कांस्टेबल प्रमोद कुमार और मनोज सिंह शामिल थे।
कैसे फंसा रामबाबू अपराध के जाल में?
रामबाबू पर आरोप है कि उसने लोगों को झूठे वादों और फर्जी दस्तावेजों के जरिए ठगा। जालसाजी और धोखाधड़ी की घटनाओं में उसका नाम प्रमुख रूप से सामने आया। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक उसका नेटवर्क फैला था। यही कारण था कि वह इतने लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से बचा रहा।
पुलिस का अभियान: अपराधियों की धरपकड़
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल ने जिले में अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया है। इसी क्रम में, रतनपुरी पुलिस के नेतृत्व में कई फरार और वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त रामबाबू की गिरफ्तारी इसी अभियान का हिस्सा थी।
क्या है इनामी अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस की रणनीति?
पुलिस ने हाल ही में इनामी अपराधियों की सूची तैयार की है। इन अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की मदद ली जा रही है। जिले में अपराध दर को कम करने और जनता को सुरक्षा का भरोसा देने के लिए पुलिस ने यह विशेष पहल की है।
मुजफ्फरनगर: एक अपराध का हॉटस्पॉट?
मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के इलाके अक्सर अपराध के मामलों में सुर्खियों में रहते हैं। गंगा-यमुना के दोआब क्षेत्र में सक्रिय संगठित अपराधी और जालसाज इस इलाके को चुनौतीपूर्ण बनाते हैं। लेकिन एसएसपी अभिषेक सिंह और उनकी टीम ने मुस्तैदी से अपराध पर अंकुश लगाने का बीड़ा उठाया है।
रामबाबू की गिरफ्तारी: क्या यह बड़ा संदेश है?
रामबाबू जैसे अपराधी को गिरफ्तार करना पुलिस की बड़ी कामयाबी है। यह उन अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है, जो कानून से बचने की कोशिश करते हैं। पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराधियों के हौसले पस्त करेगी, बल्कि आम जनता में पुलिस पर विश्वास भी बढ़ाएगी।
आगे क्या?
पुलिस अब गिरफ्तार अभियुक्त के पूरे आपराधिक नेटवर्क का खुलासा करने की कोशिश करेगी। जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि क्या वह और भी मामलों में शामिल था। रतनपुरी पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस टीम को सम्मानित करने की योजना
जिले में चर्चा है कि एसएसपी अभिषेक सिंह गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को सम्मानित कर सकते हैं। इससे पुलिस बल के अन्य सदस्यों को भी प्रेरणा मिलेगी।
समाज की प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी ने स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है। आम जनता को उम्मीद है कि ऐसे अभियानों से क्षेत्र में अपराध कम होंगे।
मुजफ्फरनगर पुलिस की यह सफलता बताती है कि तकनीकी और सामरिक प्रयासों से बड़े अपराधियों को भी पकड़ा जा सकता है। इस गिरफ्तारी से न केवल पुलिस का मनोबल बढ़ा है, बल्कि समाज को भी राहत मिली है।