भारत में अब तक Monkeypox के नौ मामले सामने आए, ए.2 से संक्रमित थे दो- Report
राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) की एक वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्ययन की प्रमुख लेखक डॉ. प्रज्ञा यादव ने कहा कि Monkeypox ए.2 स्वरूप, जिसका पिछले साल अमेरिका में पता चला था, को प्रमुख समूहों से नहीं जोड़ा गया है. वर्तमान प्रकोप मंकीपॉक्स वायरस के बी.1 स्वरूप के कारण है. भारत में अब तक मंकीपॉक्स के नौ मामले सामने आए हैं और एक की मौत हो चुकी है.
संयुक्त अरब अमीरात से लौटे लोगों ने बुखार, मांसपेशियों में दर्द और चकत्ते पड़ने की शिकायत की थी. उनके जननांग में भी घाव हुआ था. विश्लेषण से पता चला कि दो Monkeypox वायरस स्वरूप ए.2 से संक्रमित थे, जो एचएमपीएक्सवी-1ए क्लैड 3 के वंश से संबंधित है.
आईसीएमआर के तहत एनआईवी द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है, ‘‘मामलों 1 और 2 के त्वचा के घावों से प्राप्त पूर्ण जीनोम अनुक्रमण ने एमपीएक्सवीयूएस_2022एफएल001 पश्चिम अफ्रीकी क्लैड के साथ क्रमशः 99.91 और 99.96 प्रतिशत की समानता दिखाई। दोनों Monkeypox के स्वरूप ए.2 से संक्रमित थे, जो एचएमपीएक्सवी-1ए क्लैड 3 (पश्चिमी अफ्रीकी क्लैड) के वंश से संबंधित है.’’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 23 जुलाई को कई देशों में सभी छह क्षेत्रों में वैश्विक प्रकोप को देखते हुए मंकीपॉक्स को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल स्थिति घोषित किया था. अध्ययन में उन दोनों मामलों के विवरण का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात से लौटे 35 वर्षीय पुरुष और 31 वर्षीय पुरुषMonkeypox से संक्रमित पाए गए थे.
अध्ययन में पहले मामले के इतिहास के बारे में बताया गया कि 35 वर्षीय पुरुष को पांच जुलाई 2022 को निम्न-श्रेणी का बुखार और मांसपेशियों में दर्द हुआ. उसके अगले दिन उसके मौखिक गुहा और होंठों में कई चकत्ते पड़ने लगे। उसके जननांग में भी घाव हुआ था.