सर्द हवाओं के साथ हो रही बारिश से जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त
मुजफ्फरनगर। पहाडों पर हो रही बर्फबारी व मैदानी ईलाको मे सर्द हवाओं के साथ हो रही बारिश से सर्दी बढ गयी है। बारिश के कारण हुई सर्दी से जनजीवन प्रभावित होता नजर आया।बारिश के कारण लोग अपने घरो मे कैद होने को मजबूर रहे। नन्हे मुन्ने बच्चो ने स्कूल से छुटटी रख घर मे जमकर धमाल मचाया।
सदी तथा बारिश के कारण बाजार सुनसान रहे दुकानदार हाथ पर हाथ धरे ग्राहकों का इन्तजार करते नजर आए। बारिश के साथ चल रही सर्द हवाओं ने नागरिकों को सर्दी का अहसास कराया। अचानक बढी ठण्ड से बुजुर्ग तथा नन्हे-मुन्ने बच्चे प्रभावित रहे।
नगर मे कई जगह लोग आग जलाकर हाथ तांपते नजर आए। जिले में भीषण ठंड का प्रकोप शुरू हो गया है। गत दिवस से शीत लहर से लोग कांप उठे। बारिश के साथ चली ठंडी हवा के कारण लोगों ने घरों में ही रहना उचित समझा। सुबह भीषण ठंड में छात्र-छात्राओं को स्कूल जाना पड़ा।
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है। दिनभर हुई बारिश के साथ बीच-बीच में ठंडी हवा चलने से लोग सिहर उठे। सुबह छात्र-छात्राओं को भी कांपते हुए छुट्टी में घर जाना पडा। बच्चे पूरी तरह से गर्म कपड़ों में लिपटते हुए थे। दिन में लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकले। कार्यालयों में भी फरियादियों की संख्या बेहद कम रही। शाम होते होतेे नगर के सभी मार्केट बंद हो गई और दुकानदार अपने घर चले गए।
कड़ाके की ठंड में सावधानी बरतने की जरूरत है। यह ठंड बच्चों और बुजुर्गों के लिए मुसीबत भरी हो सकती है।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. लोकेश गुप्ता बताते हैं कि सर्दी बढ़ऩे के साथ दिल के मरीजों की दिक्कत बढ़ऩे लगती हैं। घने कोहरे एवं ज्यादा ठंड में हार्ट पेशेंट को मॉर्निंग वॉक से बचना चाहिए। गर्म कपड़े पहने और जितना हो सके खुले में निकलने से बचें। ठंड के बावजूद बच्चे और युवा आइसक्रीम व कोल्डड्रिंक आदि का सेवन करते हैं, इससे बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि गुनगुने पानी का सेवन बेहतर रहता है। कोहरे के कारण श्वांस रोगियों को भी दिक्कत हो सकती हैं। अधिक ठंड और कोहरे में श्वांस नलियां सिकुड़ जाती हैं। इससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।