चौंकाने वाला खुलासा: Ghaziabad में ट्रेन लुटेरा गिरफ्तार, यात्रियों को लूडो गेम में उलझाकर करता था वारदात
Ghaziabad जीआरपी पुलिस ने एक बेहद शातिर और चतुर चोर को गिरफ्तार किया है, जो ट्रेनों में यात्रियों को अपने जाल में फंसाकर लूटपाट करता था। आरोपी का नाम मोहम्मद सगीर है, जो मूल रूप से बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, यह चोर पिछले दो वर्षों में 20 से अधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
यह आरोपी इतना शातिर था कि यात्रियों को पहले लूडो खेलकर दोस्त बनाता था और फिर उनका भरोसा जीतकर उनके मोबाइल, एटीएम कार्ड और अन्य कीमती सामान चुरा लेता था। खास बात यह है कि वह सिर्फ बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों को ही निशाना बनाता था, जैसे वैशाली एक्सप्रेस और संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस।
लूट का अनोखा तरीका: लूडो खेल और नशीली चाय का सहारा
आरोपी यात्रियों के साथ मेलजोल बढ़ाने के लिए उनके साथ लूडो खेलता था और इस दौरान उनके मोबाइल का पासवर्ड चुपके से देख लेता था। इसके बाद वह यात्रियों को चाय, कोल्ड ड्रिंक या पानी में नशीली दवाएं मिलाकर पिला देता था। जब यात्री बेहोश हो जाते, तो वह उनके मोबाइल, एटीएम कार्ड, और अन्य सामान लेकर फरार हो जाता था।
आरोपी यात्रियों के एटीएम कार्ड और मोबाइल की यूआईडी आईडी का पासवर्ड बदलकर उनके खातों से पैसे भी निकाल लेता था। गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से आठ मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, नशीली दवाओं का एक पैकेट, 67,150 रुपये नकद और अन्य सामान बरामद हुआ है।
कैसे हुआ गिरफ्तारी का खुलासा?
गाजियाबाद जीआरपी पुलिस की सीओ सुदेश गुप्ता ने बताया कि मोहम्मद सगीर दरभंगा का रहने वाला है और वर्तमान में गाजियाबाद के अंकुर विहार इलाके में रह रहा था। पुलिस ने उसे एक गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वह हर बार बिहार जाने वाली ट्रेनों को ही टारगेट करता था।
वह यात्रियों के साथ रिजर्वेशन कोच में सफर करता था ताकि ज्यादा शक न हो। इस बार पुलिस की सतर्कता के चलते उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया। सगीर ने माना कि वह पिछले 2 सालों से यह सब कर रहा था, लेकिन कभी भी पकड़ा नहीं गया था।
क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने आरोपी के पास तलाशी ली तो चौंकाने वाले सबूत मिले:
- 8 मोबाइल फोन
- 2 आधार कार्ड
- एक पैकेट नशीली गोलियां
- 67,150 रुपये नकद
- लूट का अन्य सामान
कैसे बना पुलिस का सिरदर्द?
सगीर ने अपनी चोरी की योजना को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि पुलिस को लंबे समय तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जीआरपी पुलिस ने बताया कि इस तरह के अपराधियों का नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है। आरोपी की गतिविधियों पर नज़र रखने के बाद उसे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया।
आरोपी की खासियत: सिर्फ बिहार जाने वाली ट्रेनों को बनाता था निशाना
आरोपी केवल बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में सफर करता था। उसने वैशाली एक्सप्रेस और संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को खासतौर पर टारगेट बनाया था। उसकी रणनीति थी कि वह अपने इलाके के यात्रियों के साथ ही जुड़ाव बढ़ाए ताकि वे उस पर शक न करें।
क्या कहती है पुलिस?
जीआरपी के सीओ सुदेश गुप्ता ने बताया कि इस अपराधी ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए चुनौती खड़ी कर दी थी। “ऐसे शातिर अपराधियों को पकड़ना हमारी प्राथमिकता है। यात्रियों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। यह अपराधी तकनीकी रूप से बहुत होशियार था और हर बार अपनी पहचान छिपाने में सफल रहता था,” उन्होंने कहा।
यात्रियों के लिए चेतावनी: सावधान रहें और सतर्क रहें
यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि सफर के दौरान अनजान लोगों से दोस्ती करने में सावधानी बरतें। अगर कोई व्यक्ति अत्यधिक मेलजोल बढ़ाने की कोशिश करे तो सतर्क रहें। अपने मोबाइल और अन्य महत्वपूर्ण चीजों का ध्यान रखें और किसी भी प्रकार की चाय, पानी या कोल्ड ड्रिंक का सेवन अनजान लोगों से न करें।