स्वास्थ्य

Ayurveda चिकित्सा: प्रमुख द्रव्यों के अवगुणों का नाश करने वाले द्रव्यों की जानकारी

प्रमुख  Ayurveda ओषधियाँ और उनके मार ( दर्दनाशक ) द्रव्य प्रत्येक चीज अथवा औषधि में गुण अवगुण दोनो होते हैं । यदि कोई चीज पुष्टिकारक होती है तो वह भारी यानी – और कब्ज़ करने वाली होती है । इसी प्रकार प्रत्येक द्रव्य में अवगुण भी होते हैं । हम प्रमुख द्रव्यों के अवगुणों का नाश करने वाले द्रव्यों की जानकारी दे रहे हैं

Ayurveda वैद्य समाज और गृहस्थ जगत – दोनों ही लाभान्वित होंगे

उदाहरणार्थ – यदि किसी को गांजा पीने से कष्ट / तकलीफ हो तो आप उसको गाय का घी और खटाई खिलायें लाभ होगा

नाम द्रव्य : मार अथवा दर्दनाशक द्रव्य

*हीरा कसीस ( उपविष ) -माठा 
*हीरा ( घातक विष ) -ताजा घी , वमन करना
* हींग ( उपविष ) -बनफ्शा , कतीरा , दोनों प्रकार के अनार
* हलदिया ( घातक विष ) -गाय का घी और रोगी को वमन कराना
* छोटी हरड़ – शहद और गाय का घी ( असमान मात्रा में )
* हल्दी- नीबू , बिजौरे नीबू का स्वरस
* सिंघाड़ा – नमक और गर्म चीज
* साँप की काँचुली -धनिया और गाय का घी
*शिलारस ( उपविष ) -मस्तगी ।
* शिलाजीत- गाय का घी
* शतावर – शहद
* मण्डूर -कतीरा , शहद 
*रस कपूर -गाय का दूध
* मुर्दा संग ( घातक विष )- वमन कराना , गाय का घी तथा रोगन बादाम
* भिलावा -ताजा नारियल , सफेद तिल , जौ
* भिण्डी -गर्म मसाला
* बेर-सिकन्जबीन , गुलकन्द गाय का घी नमक
* बादाम -खाँड
* बाजरा – घी , दूध , तथा खाँड 
* बथुआ – गर्म मसाला
* बच्छनाग ( घातक विष ) – निर्विषी
*पारा- दूध और चिकने जूस
*प्याज -सिरका , नमक , शहद
*पपीता- खाँड़
* नाशपाती – मायुल असल
* खोपरा – खाँड , मिश्री , खट्टे फल
* नारंगी – नमक या गुड़
* गाय का दूध – शहद या खाँड
* बकरी का दूध-शहद या सौंफ
* थूहर ( विष )-ताजा दूध
*दही-नमक , सोंठ , पोदीना , जीरा
*शहतूत – शहद
*तिल-शहद , आग से भूनना
*तरबूज -शहद , गुड़
* ढेढस -गर्म मसाला
*तम्बाकू -ताजा गाय का दूध
*जौ-गाय का घी
* जायफल -धनिया शहद , बनफ्शा , चन्दन
* जामुन- नमक
* जमालगोटा -दूध , चीनी
* ज्वार -गुलकन्द
* चौलाई का साग- गर्म पदार्थ
* चूना – घी , बादाम का तेल
* चिलगोजा- खट्टे फल , सिकन्जबीन
* चिरोंजी -शहद सिकन्जबीन
* चावल – बूरा , घी , दूध
* चरस- गाय का दूध
*चना – सिकन्जबीन,पोस्त,गुलकंद
*घुघची-सूखा धनिया ताजा दूध
* चकोत्तरा -खाँड़
* घी -नमक शहद
* गुलाब जामुन -सेब
* गाजा -गाय का घी , खटाई
* खिरनी-गुलकन्द , माठा
* खरबूजा – सिकन्जबीन , शहद
* कुचला ( घातक विष ) – वमन कराना , घी और मिश्री
* काला दाना -हरड़ , बादाम के तेल में भूनना
* कसेरू – खाण्ड और कसेरू का छिलका
* करौंदा -नमक और खटाई
*करमकल्ला -धी , नमक
* कपूर-केशर , कस्तूरी
* कनेर ( उपविष ) – शहद , घी
* इमली – उन्नाव , वनफ्शा ।
* आलू- गर्म मसाला
* आम-जामुन , सिकन्जबीन , शीतल जल
* अमरूद – सौंफ , सोंठ का मुरब्बा
* अफीम-केशर , दालचीनी
* खट्टा अनार – मीठा अनार
*अनानास -खाँड और सौंफ का मुरब्बा
*अंगूर -सौंफ और गुलकन्द
*अखरोट -अनार का स्वरस
*जावित्री -मक्खन में चन्दन व मिश्री मिलाकर चाटना ।
*दालचीनी-कतीरा , सफेद चन्दन , मस्तंगी
* धनिया ( हरा व सूखा ) -शहद
* पोदीना – मुलहठी का सत व कतारी
* मेथी – घी , सिकन्जबीन , अनीमून , अनार , कासनी की पत्ती
* बादाम -शक्कर , मिश्री , मस्तंगी रूमी
* नमक- तर व चिकने पदार्थ ।
* नारियल- शक्कर , मिश्री , खट्टे मेवे
* नीबू – उन्नाव , शक्कर ( सफेद ) और शुद्ध शहद
* राई -कासनी , रोगन बादाम , सिरका , बूरा अरमनी
* रतनजोत – गुलबनफ्शा , मगज कहू , रोग तुख्मकद्दू
* लहसुन – कतीरा , धनिया , रोगन बादाम , सिकन्जबीन , खट्टे – मीठे अनार का रस और नमक पानी में पका लेना ।
* हींग -कतीरा , बनफ्शा , नीलोफर , सेव , सन्दल
*कचरी- धनिया , अंजीर
*मिर्च हरी व लाल या सुखी -घी , दूध , शहद
* लौंग – बबूल का गोंद एवं तर वस्तुएं
* सौंफ – सफेद सन्दल , कपूर , सिकन्जबीन या धनिया

Dr. Jyoti Gupta

डॉ ज्योति ओम प्रकाश गुप्ता प्रसिद्ध चिकित्सक एवं Health सेक्शन की वरिष्ठ संपादक है जो श्री राजीव दीक्षित जी से प्रेरित होकर प्राकृतिक घरेलू एवं होम्योपैथिक चिकित्सा को जन जन तक सहज सरल एवं सुलभ बनाने के लिए प्रयासरत है, आप चिकित्सा संबंधित किसी भी समस्या के नि:शुल्क परामर्श के लिए 9399341299, [email protected] पर संपर्क कर सकते है।

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