Divya Kakran की कामयाबी पर जश्न: Muzaffarnagar की बेटी ने कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीत देश का बढाया गौरव
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) की बेटी दिव्या काकरान (Divya Kakran) के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज जीतने से परिवार में खुशी का माहौल है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके शुभकामनाएं दी हैं।
दिव्या के गांव पुरबालियान समेत मुजफ्फरनगर में जश्न का माहौल है। पिता सूरज सेन पहलवान ने दिव्या के हासिल किए ब्रॉन्ज मेडल को देश की धरोहर बताया। उन्होंने कहा, देशवासियों तथा प्रशंसकों की सपोर्ट के बिना सफलता संभव नहीं थी।
दिव्या की सफलता पूरे देश की सफलता
देर रात नाईजीरियन पहलवान से हुए मुकाबले के शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार दिव्या काकरान (Divya Kakran) ने बर्मिंघम अखाड़े में अपने आपको साबित कर ही दिया। ६८ किग्रा भार वर्ग में दिव्या ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए देश का नाम रोशन किया है। दिव्या के पिता सूरज सेन पहलवान का कहना है दिव्या की सफलता पूरे देश की सफलतता है।
दादा राजेन्द्र सिंह पौती की कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे। कहते हैं, उन्हें दिव्या पर नाज है। ऊपर वाला ऐसी संतान हर किसी को दे। दिव्या जैसे जैसे सफलता के पग चल रही है, उससे वो कई लोगों के लिए प्ररेणा बन चुकी है।
तीसरे मुकाबले के पिन फाल से मिले अंक ने कामयाबी दिलाई
बर्मिंघम कामन वेल्थ गेम्स में दिव्या काकरान (Divya Kakran) पहलवान की कुश्ती को लेकर दिन भर गहमा गहमी रही। कुश्ती मैच स्थगित होने से प्रशंसकों की सांसे अटकी रही। मुकाबले शुरू हुए तो प्रशंसक खुश दिखाई दिए महिला कुश्ती के ६८ किग्रा भार वर्ग में दिव्या काकरान को पहले मुकाबले में बाई मिल गई थी।
लेकिन दूसरे मुकाबले में नाईजीरिया की पहलवान से वो हार गईं। दिव्या काकरान (Divya Kakran) के इस मुकाबले में हारने से प्रशंसक काफी मायूस हुए। इसके बाद तीसरा मुकाबला केमरून की पहलवान एन. गिरी से हुआ। जिससे दिव्या को पिन फाल से २ अंक मिले। इन दो अंकों ने दिव्या को सफलता दिलाई और ब्रॉन्ज मेडल का हकदार बना दिया।