Muzaffarnagar में ‘गोली’ की आवाज निकालने वाली बुलेट का पर्दाफाश, पुलिस की बड़ी कार्रवाई
मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) नई मण्डी क्षेत्र में कई दिनों से दहशत फैलाने वाली बुलेट मोटरसाइकिल को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया। इस मोटरसाइकिल से गोली की आवाज जैसी तेज़ ध्वनि निकलती थी, जिसने स्थानीय निवासियों और राहगीरों को परेशान कर रखा था। नई मण्डी कोतवाली प्रभारी दिनेश बघेल ने बताया कि यह मोटरसाइकिल पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई थी, और लंबे समय से इसकी शिकायतें मिल रही थीं। सोमवार को सख्त चेकिंग अभियान के दौरान इसे जब्त कर लिया गया।
कैसे बनी यह बुलेट पुलिस के लिए चुनौती?
यह बुलेट मोटरसाइकिल विशेष रूप से आवाज के लिए मॉडिफाई की गई थी। इसके साइलेंसर में विशेष बदलाव किए गए थे, जिससे तेज़ आवाज के साथ ‘गोली’ जैसी गूंज निकलती थी। स्थानीय लोग इस असामान्य आवाज से भयभीत हो रहे थे, और कई बार यह सड़क पर लोगों के बीच घबराहट का कारण बनती थी।
पुलिस को बार-बार शिकायतें मिल रही थीं कि यह बाइक चालक आवाज निकालते हुए तेज़ रफ्तार में सड़कों पर घूमता है। इसे पकड़ना इसलिए मुश्किल हो रहा था क्योंकि चालक हर बार पुलिस को देखकर भाग निकलता था।
पुलिस की कार्रवाई और मोटरसाइकिल सीज
नई मण्डी कोतवाली प्रभारी दिनेश बघेल ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें सड़क पर सतर्कता बढ़ाई गई। आखिरकार, सोमवार को टीम ने मोटरसाइकिल और उसके चालक को धर दबोचा। पुलिस ने न केवल इस बुलेट को जब्त किया, बल्कि इसके चालक के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी की।
क्षेत्रीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। क्षेत्र के एक निवासी राजेश कुमार ने कहा, “यह बाइक लंबे समय से बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा बनी हुई थी। आवाज इतनी तेज़ और डरावनी थी कि हम समझते थे, कोई बड़ा हादसा हो गया है।”
दूसरे निवासी सीमा देवी ने कहा, “हमने कई बार शिकायत की थी। पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई की। अब सड़क पर शांति महसूस हो रही है।”
सड़क सुरक्षा के लिए पुलिस का सख्त रुख
नई मण्डी पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह के मॉडिफाइड वाहनों को बख्शा नहीं जाएगा। थाना प्रभारी दिनेश बघेल ने बताया, “चेकिंग अभियान लगातार जारी रहेगा। जो भी व्यक्ति अपने वाहन को गैर-कानूनी तरीके से मॉडिफाई करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की मोटरसाइकिलें सड़क पर खतरनाक स्थिति पैदा करती हैं और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करती हैं।”
वाहनों में मॉडिफिकेशन का बढ़ता चलन
हाल के वर्षों में मोटरसाइकिल और कारों को मॉडिफाई करने का चलन तेजी से बढ़ा है। वाहन मालिक अपने वाहनों को आकर्षक बनाने के लिए साइलेंसर, हॉर्न और लाइट्स में बदलाव करते हैं। लेकिन इनमें से कई मॉडिफिकेशन गैर-कानूनी होते हैं और सड़क पर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मॉडिफिकेशन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि सार्वजनिक शांति और सुरक्षा के लिए भी खतरा बनते हैं। साइलेंसर मॉडिफिकेशन के कारण होने वाला शोर कानों के लिए हानिकारक होता है और इसे कानूनी रूप से अपराध माना जाता है।
कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई
इस मामले में पकड़े गए मोटरसाइकिल चालक पर मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। इनमें धारा 190 (वाहन में अवैध संशोधन) और धारा 194F (शोर प्रदूषण) शामिल हैं। इसके साथ ही, चालक को जुर्माना भी भरना पड़ा और आगे किसी प्रकार की ऐसी हरकत न करने की चेतावनी दी गई।
अन्य मामलों में भी बढ़ी सतर्कता
नई मण्डी पुलिस की इस कार्रवाई के बाद आसपास के क्षेत्रों में भी इस प्रकार की बुलेट मोटरसाइकिलों और अन्य मॉडिफाइड वाहनों की धरपकड़ तेज़ कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य सड़क पर यातायात को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाना है।
लोगों से अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर वे किसी प्रकार के गैर-कानूनी मॉडिफिकेशन या सड़क पर असामान्य गतिविधि देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इससे न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि सड़क पर सुरक्षित वातावरण भी तैयार होगा।
मुजफ्फरनगर पुलिस का यह कदम न केवल एक बड़ी सफलता है, बल्कि एक संदेश भी है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस घटना ने स्थानीय लोगों को राहत दी है और अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी कार्रवाई की मांग तेज़ कर दी है।