Jansath तहसील में हंगामा: लेखपाल का खेल निराला, दो विधवाओं से सुविधा शुल्क लेकर की विरासत दर्ज
जानसठ। Jansath तहसील में एक हल्का लेखपाल पर आरोप है कि उसने सुविधा शुल्क लेकर बड़ा खेल कर दिया। मामला था कि मृतक किसान की दो पत्नियों के मनमुटाव का फायदा उठाते हुए, दोनों पत्नियों से अलग-अलग 10- 10 हजार रूपए की मांग की। मामला विवादित बताते हुए रिपोर्ट लगाने से मना कर दिया।
आरोप है कि जमीनी विवाद से डरकर मृतक किसान की पीडित दोनों पत्नी हल्का लेखपाल को गुपचुप तरीके से मिली। जिस पर विधवाओं ने अलग-अलग तरीके से विरासत दर्ज कराने को 10-10 हजार रुपए दे दिए। लेखपाल ने रुपए लेकर तुरंत विरासत दर्ज कर दी, जब यह जानकारी दोनों विधवाओं को हुई, तो उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए हल्का लेखपाल के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
तहसील क्षेत्र के गांव ककरौली में मृतक सरफराज पुत्र नूर मोहम्मद की दो पत्नियां हैं, जिनमें से पहली पत्नी अपने एक पुत्र के साथ मेरठ रहती है और दूसरी पत्नी गांव में ही रहती हैं। दोनों पत्नियों में आपस में मनमुटाव है। आरोप है कि सरफराज की मृत्यु के बाद दोनों पत्नियों ने अपने-अपने नाम विरासत दर्ज कराने हेतु आवेदन कर दिया।
उसके बाद हल्का लेखपाल ने मृतक की दोनों पत्नियों से अलग-अलग बुलाकर 10- 10 हजार रूपए खर्चे की मांग की अन्यथा मामला विवादित होना बताया। कई माह तक विरासत दर्ज न होने पर दोनों पत्नियों ने अलग-अलग 10- 10 हजार रुपए हल्का लेखपाल को दे दिये। रुपए देने के तुरंत बाद विरासत दर्ज हो गई।
जैसे ही मृतक की पीडिघ्त पत्नियों को पता चला कि हल्का लेखपाल ने मनमुटाव का नाजायज फायदा उठाते हुए अलग-अलग दोनों से 10- 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए विरासत दर्ज कर दी।जिससे दोनों विधवाएं एक हो गई।
इन दोनों विधवाओं ने तहसील में हंगामा खड़ा कर दिया, जिसको लेकर तहसील कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। दोनों पीडिघ्ता विधवाओं ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए हल्का लेखपाल के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
-क्या कहते हैं तहसीलदार
तहसीलदार अभयराज पांडेय का कहना है कि इस मामले की अभी तक उनको जानकारी नहीं है। फिलहाल मामला संज्ञान में आते ही जांच के बाद सही मामला पाए जाने पर लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।