अभिनंदन ने वायुसेना प्रमुख के साथ लड़ाकू विमान में भरी उड़ान
भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने सोमवार को लड़ाकू विमान मिग-21 में उड़ान भरी। भारत द्वारा बालाकोट में स्थित आतंकी ठिकानों पर 26 फरवरी को हवाई हमला करने के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। उस वक्त अभिनंदन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मिग-21 ही उड़ा रहे थे।वायुसेना प्रमुख मिग-21 के पायलट भी हैं। उन्होंने साल 1999 में कारगिल युद्ध के समय 17 स्क्वाड्रन की कमान संभालने के दौरान विमानों को उड़ाया था।
Indian Air Force (IAF) chief Air Chief Marshal BS Dhanoa and Wing Commander Abhinandan Varthaman flew in the trainer version of the MiG-21 Type 69 fighter Aircraft, earlier today. This was also the last sortie of the IAF Chief in a combat aircraft. pic.twitter.com/T2qFWLgT7w
— ANI (@ANI) September 2, 2019
धनोआ का कहना है, मेरे लिए अभिनंदन के साथ उड़ान भरना एक खुशी की बात थी क्योंकि उन्हें अपनी उड़ान की कैटेगरी वापस मिल गई है। मेरे साथ भी 1988 में यही हुआ था, तब मुझे इस कैटेगरी को वापस पाने में नौ महीने लगे थे, जबकि अभिनंदन ने छह महीने से भी कम समय में इसे पा लिया है।
धनोआ ने आगे कहा, “हम दोनों में दो चीजें समान है- पहली, हम दोनों ही इजेक्ट हुए थे और दूसरा, हम दोनों ने ही पाकिस्तानियों से लड़ाई लड़ी है। मैं कारगिल में लड़ा, वह बालकोट के बाद लड़े। तीसरा, मैं उनके पिता के साथ भी उड़ा हूं।”अभिनंदन ने पाकिस्तान की हिरासत से छूटने के बाद पहली बार विमान उड़ाया है। वीर चक्र से सम्मानित अभिनंदन और धनोआ ट्रेनर वर्जन वाले मिग- 21 विमान में थोड़ी दूर तक उड़े। बता दें बालाकोट पर हावई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। उसी दौरान विंग कमांडर अभिनंदन एक बड़ा चेहरा बने थे। उनके भारत लौटने के बाद दोबारा विमान उड़ाने पर सस्पेंस बन गया था। हालंकि तब वायुसेना प्रमुख धनोआ ने साफ किया था कि मेडिकल फिटनेस के बाद अभिनंदन दोबारा विमान उड़ाएंगे।
बीते महीने ही आईएएफ बंगलूरू के इंस्टिट्यूट ऑफ ऐरोस्पेस मेडिसिन ने अभिनंदन वर्तमान को दोबारा उड़ान भरने की मंजूरी दे दी थी। इस मंजूरी से पहले उनकी मेडिकल जांच की गई और वह इस जांच में पूरी तरह पास हो गए। भारत ने बालाकोट के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला पुलवामा हमले के बाद किया था। जिसके बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारतीय सीमा में घुस आए थे। तभी उनका मिग-21 से पीछा करते हुए अभिनंदन एलओसी पार कर गए थे और पाकिस्तानी लड़ाकू विमान एफ-16 को मार गिराया था।
इस दौरान उनका विमान क्रैश हो गया था और पैराशूट से नीचे उतरते वक्त वह पीओके में उतर गए। तभी पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। उस समय अभिनंदन ने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया था, जिसकी आज भी तारीफ की जाती है। इसके लिए उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।