जर्मनी में कोविड-19: प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प
जर्मनी में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते लगे प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। दर्जनों लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने बताया कि महामारी के कारण देश में लगे प्रतिबंधों के विरोध में कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन को हिंसक रूप में तब्दील होता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत मे ले लिया।
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बुधवार को केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में ढील देने के बाद जर्मनी में संक्रमित मामलों में फिर से वृद्धि शुरू हो गई, कुछ राज्यों ने कहा है कि अगर संख्या में वृद्धि जारी रहेगी तो वो लॉकडाउन नहीं हटाएंगे। शनिवार को जर्मनी में 1251 नए मामले सामने आए और 147 लोगों की मौत कोविड-19 से हुई है।
जर्मनी के पास 16 संघीय राज्य हैं। सभी ने एक बार फिर से लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर सहमत हो गए थे। नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया, जर्मनी का सबसे अधिक आबादी वाले राज्य और कोलोन और डॉर्टमुंड में क्षेत्रीय सरकार ने कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की है।
क्षेत्रीय सरकार ने रेस्तरां, पर्यटन स्थलों और बड़ी दुकानों को फिर से बंद कराने लगी है, जो 11 मई से खुलने वाले थे। नॉर्थ राइन के कोसफील्ड बूचड़खाने में 150 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
कुछ लोग पूर्व पूर्वी बर्लिन में स्थित अलेक्जेंडरप्लजेट पर प्रतिबंधों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बोतलें फेंकनी शुरू कर दी। जिसके बाद इनमें से 86 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान एक अधिकारी भी घायल हो गया है। इसके अलावा रीचस्टैग इमारत के सामने हुई एक अलग घटना में एक और पुलिसकर्मी घायल हो गया। यहां 46 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
देश भर में लोग सरकार के विरोध में सड़क पर उतरे थे। 3,000 से अधिक लोग को म्यूनिख में और हजारों लोग स्टटगार्ट में जमा हुए थे। हालांकि ये सभी प्रदर्शन बर्लिन के मुकाबले शांतिपूर्ण थे। लोगों ने राजनेताओं पर आंदोलन को रोकने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है। चांसलर एंजेला मर्केल की अध्यक्षता वाली केंद्रीय जर्मन सरकार ने कोरोना संक्रमितों की लगातार घटती संख्या के बाद बुधवार को लॉकडाउन में ढील दी।