shraddha murder case में बड़ा खुलासा, फोरेंसिक टीम ने बरामद की जांघ की हड्डी-आफताब से हुए थे सवाल
Shraddha murder case की जांच कर रही फोरेंसिक टीम को दिल्ली के छतरपुर के जंगलों से जांघ की एक हड्डी मिली है, जिस पर आरी से काटने के निशान हैं. इस मामले के आरोपी फूड ब्लॉगर आफताब पूनावाला से पूछताछ हो रही है और कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं.
आफताब अमीन पूनावाला के बारे में कहा जा रहा है कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या के बाद शव के 35 टुकड़े किए थे और कथित तौर पर उसके इन टुकड़ों को दिल्ली शहर के कई इलाकों में फेंक दिया था. आफताब ने श्रद्धा का चेहरा जला दिया था और शव के उन अंगों को भी हटा दिया था जो गलने लगे थे.
shraddha murder case में पुलिस अधिकारी ने बताया कि आफताब को हत्या के करीब 4 बाद महीने बाद जब पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया तो आफताब के चेहरे पर तनाव नहीं था. पहले आफताब को अक्टूबर में बुलाया गया था. यहां पुलिस अफसरों ने आफताब से चंद सामान्य से सवाल किए और उसे जाने दिया. आफताब ने पुलिस को मदद का भरोसा दिया था कि वह श्रद्धा को तलाश करने के लिए पूरी तरह तैयार है और आफताब संदेह में आने से बच गया था.
वसई पुलिस के व्यवहार के बाद आफताब पूरी तरह आश्वस्त था कि उस पर किसी को कोई शक नहीं है. आफताब ने वसई के एक बार में अधिक शराब पीने के बाद श्रद्धा की हत्या की बात कही थी. हालांकि पुलिस चाहती तो उसे उस वक्त गिरफ्तार कर सकती थी, लेकिन पुलिस ने कुछ समय लिया. टाइम्स आफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आफताब ने पुलिस को बताया था कि एक दिन श्रद्धा गुस्से में घर छोड़ कर चली गई और उसने भी उससे संपर्क नहीं किया.
श्रद्धा के पिता ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी गुमशुदा है और उसका कोई पता नहीं चल रहा है. ऐसे में पुलिस ने 6 अक्टूबर को पहली बार आफताब से पूछताछ की थी. आफताब ने अपने लिव इन रिलेशनशिप के बारे में खुलकर बात की थी और बताया था कि श्रद्धा घर छोड़कर जा चुकी है और उसे श्रद्धा के बारे में कोई जानकारी नहीं है. आफताब ने यह स्वीकार किया था कि उसने पैच अप नहीं किया और न ही श्रद्धा के बारे में कोई जानकारी हासिल की, यह उसकी गलती थी.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि जब अक्टूबर में पूछताछ के बाद आफताब को जाने दिया गया, तो उसे यह लगा कि उस पर किसी को संदेह नहीं हुआ है. उसने पुलिस को यह जताया था कि वह श्रद्धा की तलाश में पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है. इसके बाद जब उसे दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने कुछ विरोधाभासी बयान दिए थे. इसके बाद पुलिस ने आफताब पर निगरानी बढ़ा दी थी, लेकिन आफताब को लगा था कि नियमित पूछताछ खत्म हो गई है और कुछ भी संदिग्ध नहीं निकला. रिपोर्ट में कहा गया है कि वसई के बार में शराब पीने के बाद आफताब ने हत्या का राज खोला.