Meerut News: युवक को पीट-पीट कर मार डाला, परिजनों व इलाके के लोंगो में आक्रोश व्याप्त
Meerut News: एक पखवाड़ा पूर्व भी युवक पर जानलेवा हमला हुआ था। लेकिन पुलिस ने घटना को गंभीरता से नही लिया, नतीजन हमलावरों के हौंसले बढ़ गए, जिसका नतीजा युवक की मौत के रुप में सामने आया है। हालांकि पुलिस घटना को संदिग्ध बता रही है। मेरठ शहर में एक युवक को कथित रुप से पीट-पीट कर बुरी तरह जख्मी कर दिया, जिसकी बाद में मौत हो गई। घटना से मृतक के परिजनों व इलाके के लोंगो में आक्रोश व्याप्त है।
मेरठ में ही नौकरी करता था मृतक
थाना कंकरखेड़ा प्रभारी सुबोध कुमार ने बताया कि मृतक युवक का नाम अभिषेक(25) है। कंकरखेड़ा के लक्ष्मी नगर अभिषेक मेरठ में ही परतापुर की किसी कंपनी में नौकरी करते थे। घटना कल देर रात उस समय हुई जब रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अभिषेक कंपनी से ड्यूटी कर घर वापस लौट रहा था। चिकित्सकों से बात करने पर पता चला है कि युवक की मौत पिटाई के कारण नहीं हुई है बल्कि सल्फास खाने से हुई है।
मृतक का था किसी महिला से संबंध
फिलहाल पुलिस को मृतक के शव की पोस्टमाटर्म रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बाद ही मौत की सही वजह मालूम हो सकेगी। घटना की वजह पूछने पर थाना प्रभारी का कहना है कि मृतक युवक के किसी महिला से संबंध थे। जिसकी वीडियों युवक द्वारा कुछ दिन पहले वायरल कर दी गई थी।
थाना प्रभारी ने इस बात से भी इंकार किया है कि करीब पखवाड़ा पूर्व युवक पर हुए हमले के संबंध में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच कार्रवाई की जा रही थी।
उधर, घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार कल देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अभिषेक कंपनी से ड्यूटी कर घर वापस लौट रहा था। जैसे ही अभिषेक घर के पास पहुंची तभी वहां गली के बाहर खड़े उसके मोहल्ले के ही कुलदीप और गोलू ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अभिषेक पर हमला किया और बेरहमी से पीटा।
उपचार के दौरान उसकी मौत
अभिषेक को गंभीर चोट आई और उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि परिजनों का यह भी कहना है कि वहां डॉक्टरों ने अभिषेक को उस समय तक उपचार देने से मना कर दिया, जब तक पुलिस नहीं पहुंची। जिसके कारण उपचार में देरी हुई,नतीजन अभिषेक की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि गंभीर रुप से जख्मी अभिषेक को अगर समय रहते उपचार मिल जाता तो संभव है कि उसकी जान बच जाती।
परिजनों की नाराजगी अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ही इलाके की पुलिस से भी है। परिजनों का कहना है कि बीती 8 मार्च को अभिषेक का हमलावरों कुलदीप और गोलू के साथ विवाद हुआ था।
विवाद के चलते आरोपियों द्वारा अभिषेक की पिटाई की गई थी। इस मामले में थाने में शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। हमलावरों के डर से अभिषेक को रेवाड़ी में अपने रिश्तेदारों के यहां भेज दिया गया था। तीन दिन पहले ही अभिषेक वापस आया था।इस मामले में अभिषेक के द्वारा आशा, कुलदीप, गोलू, अनिल समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी गई है। पुलिस घटना की जांच में जुटी है।