Muzaffarnagar: ‘कनैक्टिंग थू् टॉक: द इंग्रीडेंट्स सेमिनार का आयोजन
श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की इकाई श्रीराम कॉलेज ऑफ इंजी0 में इलैक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा विभाग के विद्यार्थियो कें लिये एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का शीर्षक ‘‘कनैक्टिंग थू् टॉक: द इंग्रीडेंट्स’’ रहा।
इस सेमिनार की मुख्य वक्ता कु0 वेनी भारद्वाज रही जो कि सम्पूर्ण श्रीराम गु्रप ऑफ कॉलेजेज की पर्सनेलिटी डेवलपमेंट की ट्रेनर हैं। उनके द्वारा इस सेमिनार में विद्यार्थियों को कम्युनिकेशन स्किल्स के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया एवं कम्युनिकेशन स्किल्स या संचार कौशल के आज के युग मंे योगदान के बारे में चर्चा की।
उन्होंने बताया कि कम्युनिकेशन का पर्याय अंग्रेजी में बोलना कतई नहीं है परन्तु में सही तरीके से बोलना सीखना इसलिये आवश्यक है क्योंकि आज के युग में विश्व स्तर पर बातचीत करने हेतु अंग्रेजी एक माध्यम बन गया है। यह हमारी भाषा नहीं अपितु एक शस्त्र मात्र है जिसके द्वारा हम समूचे विश्व में अपने विचारों को प्रस्तुत कर सकते हैं।
उन्होंने कार्यस्थल वार्तालाप के विभिन्न पहलुओं का जिक्र और इण्डस्ट्री कम्पनी कल्चर में उसकी अहम भूमिका को उजागर किया। उन्होंने कम्युनिकेशन का तात्पर्य अपनी भावनाओं, सूचनाओं आदि को सही तरीके से दूसरे अंत तक पंहुचाना बताया। किन्तु हम इसे अंग्रेजी में वार्तालाप करना मात्र समझते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधयों के माध्यम से कम्युनिकेशन के वास्तविक तात्पर्य से अवगत कराया। उन्होंने कम्युनिकेशन में आने वाली बाधाओं को उनके निवारण पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि स्वस्थ कम्युनिकेशन के साथ लीडरशिप, समय प्रबन्धन के कौशल पर ध्यान केन्द्रित करके धीरे-धीरे कम्पनी कल्चर के लिये स्वयं को उत्तम बनाया जा सकता है। विद्यार्थियों द्वारा इस सेमिनार में बहुत रुचि के सभी गतिविधियांे में प्रतिभाग किया गया।
श्रीराम गु्रप ऑफ कॉलेजेज का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आज के कम्पीटीटिव युग में प्रत्येक प्रकार से परिपक्व करना है और इसके लिये वह हर सम्भव प्रयास कर रहा है।इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ0 आलोक गुप्ता ने कहा कि कम्युनिकेशन दो या अधिक व्यक्तियों के मध्य विचारों के आदान प्रदान का सुदृढ़ एवं स्वस्थ माध्यम है।
उन्होंने बताया कि परस्पर वार्ता करते समय हमें अपने शब्दों पर विशेष ध्यान देना चाहिये जिससे हमारी बात सरल एवं स्पष्ट रूप से दूसरों तक पहंुच जाये।कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये उन्होंने इलैक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के सभी शिक्षकगणों को बधाई दी।
इस अवसर पर डीन-एकेडिमिक प्रो0 साक्षी श्रीवास्तव ने कहा कि वैचारिक आदान प्रदान अथवा कम्युनिकेशन के समय शब्दों में संवैधानिकता एवं विनम्रता दृष्टिगोचार होनी चाहिये। उन्होंने बताया कि सही एवं स्वस्थ कम्युनिकेशन के लिये हमें अपने शब्दकोष में निरन्तर वृद्धि करनी होगी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान की इंजी. कनुप्रिया, इंजी. अमित कुमार गुप्ता, इंजी. आशीष सिंह, ंइं0 इन्दु, इं0 मनोज कुमार, वेनी भारद्वाज एवं श्री गगन तायल आदि उपस्थित रहे।