Lakhimpur Kheeri: पत्रकार पर निकाला था गुस्सा: केंद्रीय मंत्री Ajay Kumar Teni के खिलाफ मोर्चा
Lakhimpur Kheeri हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री Ajay Kumar Teni के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, “हमें लखीमपुर खीरी में हुई हत्या के बारे में बोलने की अनुमति मिलनी चाहिए।
जिस घटना में मंत्री Ajay Mishra Teni की संलिप्तता थी और जिसके बारे में कहा गया है कि यह हादसा नहीं बल्कि एक साजिश थी। किसानों की हत्या करने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उन्हें सजा मिलनी चाहिए।”
पत्रकार को डराया, धमकाया गया, मोबाइल छीना गया, यह कैसा आचरण है? एक तरफ आप किसानों की हत्या करते हैं और मंत्री मंडल में बने हुए हैं, सवाल पूछे जाएंगे। यह साफ है कि सुनियोजित तरह से हत्या की गई प्रधानमंत्री उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें: #NCP नेता नवाब मलिक https://t.co/yMCPLQfd0b
— News & Features Network (@mzn_news) December 16, 2021
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक Ajay Mishra Teni को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। इस मुद्दे को बाहर भी(सड़क पर) उठाएंगे और विधानसभा में भी उठाएंगे। इस लड़ाई को मज़बूती से अंजाम तक पहुंचाएंगे।
इसके अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अजय मिश्रा द्वारा एक पत्रकार से बदसलूकी करने को लेकर कहा कि अजय कुमार टेनी को जवाब नहीं देना था तो वह चुप रह सकते थे लेकिन एक मंत्री का किसी को डराना-धमकाना शोभा नहीं देता। SIT की रिपोर्ट आने के बाद उन्हें खुद इस्तीफा देना चहिए था उसके लिए हमारा प्रदर्शन करना, मामले को सदन में उठाना ऐसा नहीं होना चाहिए था।
बुधवार को खीरी में एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने के बाद एक पत्रकार ने जब अजय मिश्रा से उनके बेटे आशीष मिश्रा और एसआईटी रिपोर्ट पर सवाल किया तो वो भड़क गये। केंद्रीय मंत्री Ajay Kumar Teni ने कहा कि बेवकूफी के सवाल मत करो, दिमाग खराब है क्या बे? वहीं लोगों ने उनको समझाने की कोशिश की तो वह पास में एक खड़े एक और पत्रकार का मोबाइल पकड़कर गुस्से में बोले, बंद करो इसे।
लखीमपुर खीरी में किसानों संग हुई हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि यह हादसा नहीं है, बल्कि किसानों पर गाड़ी इरादतन चढ़ाई गई थी। इस रिपोर्ट के बाद से ही विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है और केंद्रीय मंत्री मिश्रा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर लोकसभा से लेकर यूपी विधानमंडल तक में हंगामा मचा हुआ है। जहां लोकसभा में विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है वहीं उत्तर प्रदेश के दोनो सदनों (विधानपरिषद और विधानसभा ) में इस्तीफे की मांग पर विपक्ष हो हल्ला कर रहा है।
पूर्वान्ह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी समेत अन्य दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। समाजवादी पार्टी के सदस्य लखीमपुर कांड पर विधानसभा अध्यक्ष से चर्चा कराने की मांग करने लगे।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से षांत रहने की अपील की। लेकिन विपक्षी दल के सदस्य किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं हुए। वहीं इसके पहले विधानसभा के बाहर भी समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने हाथों में तख्ती लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह सदस्य अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रहे थें।
उधर विधानसभा के अंदर जब विपक्ष का हंगामा नहीं रुक रहा था तो इसी बीच सत्ता पक्ष ने अपने विधायी कार्य निबटाने शुरू कर दिए ।हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट, वित्तीय वर्ष 2022-23 के एक भाग के लिए लेखानुदान पेश किया। विधान सभा अध्यक्ष ने 11 बजकर 17 मिनट पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी।