गलवां घाटी में जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन लेह पहुंचे हैं। राजनाथ ने यहां जवानों को संबोधित करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि गलवां घाटी में जवानों ने देशवासियों के सम्मान की सुरक्षा की।
जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्वाभिमान सबसे ऊपर है और इसलिए इससे समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वाभिमान ने ही देश को आजादी दिलाई है।
Witnessed the Fire and Fury of the Indian Army during the Para Dropping and other military demonstrations at Stakna near Leh today. Also, I got the opportunity to interact with them. I am proud of these brave and courageous soldiers: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/rY0tvjzVUd
— ANI (@ANI) July 17, 2020
राजनाथ ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों ही पक्षों के बीच बातचीत जारी है। मैं आपको आश्वासन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत नहीं छू सकती है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया है। हम क्षेत्र में अशांति नहीं, बल्कि शांति चाहते हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर किसी ने भारत के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाई तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने जवानों से कहा कि मुझे और देश को आप सब पर पूरा भरोसा है। हमें जवानों की शहादत पर दुख है।
उन्होंने कहा कि जवानों की शहादत को हिंदुस्तान नहीं भूलेगा, आज तक भारत ने किसी की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया। उन्होंने कहा कि एलएसी विवाद का हल निकालना चाहिए। विवाद कहां तक होगा कह नहीं सकते। विवाद सुलझाने के लिए बातचीत चल रही है।
यहां पांच घंटे बिताने के बाद सिंह कश्मीर लौट आएं। रक्षा मंत्री को स्टाकना व्यू प्वाइंट पर वायुसेना और थल सेना का दमखम भी दिखाया गया। इसमें पैरा ड्रॉपिंग समेत सेना के पैरा कमांडोज की ऑपरेशनल तैयारियां दिखाई गईं। जिसमें कॉम्बेट एयर पेट्रोल, अटैक हेलिकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर शामिल थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर पहुंचे। वे सीमाओं पर स्थिति की समीक्षा करेंगे और जम्मू-कश्मीर में फॉरवर्ड एरिया का दौरा करेंगे: रक्षा मंत्री कार्यालय
Posted by News & Feature Network: Regional News on Friday, July 17, 2020
चीन की चालबाजी को देखते हुए भारत हर मोर्चे पर तैयार है। लद्दाख में रक्षा मंत्री को दिखाया गया कि पैरा कमांडोज किस तरह से पलक झपकते ही दुश्मन को तबाह कर देंगे। सिंह का यह दौरा उस वक्त है जब दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत जारी है।
राजनाथ सिंह ने लद्दाख में जवानों की हौसला अफजाई करते हुए न सिर्फ उनका हालचाल पूछा बल्कि उन्हें अपने हाथों से मिठाई भी खिलाई। इस दौरान सिंह ने एलएसी विवाद और भारत की नीति को लेकर कई अहम बातें कहीं।
राजनाथ सिंह शनिवार को बाबा बर्फानी के दर्शन करने के साथ ही उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू और सैन्य कमांडरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा भी करेंगे। रक्षा मंत्री के साथ सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी पहुंचे हैं।
भारत-चीन में उत्पन्न तनाव को कम करने की पहल के बीच सैन्य कमांडरों की ओर से उन्हें पीएलए की ओर से पीछे हटने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान 14 कोर फायर एंड फ्यूरी के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह की ओर से भारत-चीन के बीच सैन्य कमांडर स्तर की हुई बातचीत का ब्योरा भी दिया जाएगा। लेह में वे करीब पांच घंटे बिताएंगे। इसके बाद श्रीनगर के लिए रवाना हो जाएंगे।
यहां उच्च स्तरीय बैठक में वे घाटी में सुरक्षा हालात और एलओसी पर ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। शाम को वह उपराज्यपाल के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर प्रदेश में सुरक्षा हालात तथा अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अगले दिन 18 जुलाई को वे एलओसी के फारवर्ड इलाके का दौरा करेंगे।