Amit Shah के बयान को रिकार्ड से हटाकर AFSPA एक्ट को वापस लिया जाना चाहिए: Konyak Union
Konyak Union के उपाध्यक्ष होनांग कोन्यक ने कहा कि Amit Shahका बयान गलत है। उन्हें माफी मांगने के साथ हमारी मांगों को पूरा करना चाहिए। उनका कहना है कि शाह के बयान को संसद के रिकार्ड से तुरंत हटाकर AFSPA एक्ट को वापस लिया जाना चाहिए।
नागालैंड के मोन जिले के लोग आज गुस्से से बिफरे थे। उनकी नाराजगी गृह मंत्री Amit Shahके उस बयान को लेकर थी जो उन्होंने 14 आम नागरिकों की मौत के बाद संसद में दिया था। एक विशाल रैली आयोजित कर लोगों ने अपने तेवर दिखाए और कहा कि शाह ने झूठ बोला है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
5 दिसंबर को नागालैंड के मोन जिले में एक विफल उग्रवाद विरोधी अभियान और जवाबी हिंसा में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में कम से कम 14 आम नागरिकों और एक सैनिक की मौत हो गई थी। सैनिकों की आम लोगों पर फायरिंग के मामले पर अमित शाह ने संसद में कहा था कि सेना को ओटिंग गांव में उग्रवादियों के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। इसके बाद 21 कमांडोज ने संदिग्ध इलाके की घेरेबंदी कर ली थी।
शाह के मुताबिक इसी दौरान एक वाहन वहां पहुंचा। उसे रुकने के लिए कहा गया। लेकिन उन लोगों ने भागने की कोशिश की। सैनिकों को लगा कि उस गाड़ी में शायद उग्रवादी थे और उन्होंने फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में गाड़ी में बैठे 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि इसकी खबर मिलते ही ग्रामीणों ने सेना की यूनिट को घेर लिया। शाह के बयान के बाद कांग्रेस, डीएमके, एसपी, बीएसपी और एनसीपी सांसद लोकसभा से वॉकआउट कर गए थे।
गोलीबारी में बचे दो लोगों में से एक शीवांग का कहना है कि हमें रुकने का संकेत नहीं दिया गया था। उन्होंने हमें सीधे मार डाला। हम भागने की कोशिश नहीं कर रहे थे। हम बस गाड़ी में थे। शिवांग की कोहनी और छाती पर गोली लगी है। शिवांग के अलावा 30 वर्षीय येहवांग हैं, जिसके कान के पास एक गोली लगी है।