Bhadohi: दलित मास्टर हत्याकांड का खुलासा, प्रेमिका की शादी ने करवाया क़त्ल
Bhadohi: निर्मम तरीके से हुई दलित मास्टर हत्याकांड में 25-25 हजार रुपये के दो पुरस्कार घोषित अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है. ये गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त टीम ने किया है. अभियुक्तों के पास से मृतक सरकारी सहायक अध्यापक का मोबाइल भी बरामद किया गया है.
पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता कर घटना का खुलासा किया है. पहले ही गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी अभिषेक ने अपने फरार दोस्त के साथ मिलकर उन्हें 25-25 हजार रूपये की लालच देने की शर्त पर हत्या में शामिल हुआ. इसके बाद खुद ही 25-25 हजार के इनामी और सेना में भर्ती का सपना भी सपना रह गया.
भदोही पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने दलित मास्टर हत्याकांड में मुख्य आरोपी प्रेमी अभिषेक को घटना में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं अन्य दो फरार दोस्त विवेक पाल पुत्र राम किशुन पाल और किशन यादव पुत्र भइया लाल निवासी भुलईपुर थाना चौरी को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों फरार आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक ने 25-25 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित किया था जो काफी काम आया.
पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि फरार आरोपियों से पूछताछ में कई राज खोले हैं. अभियुक्तगण ने बताया कि हम लोग सेना में भर्ती होने की तैयारी के लिए अमवाखुर्द स्थित विमल सिंह के आम के बगीचे में बने ट्रैक पर जाते थे. वहीं पर हमलोगों की दोस्ती अभिषेक धरकार से हो गयी.
अभिषेक ने मृतक अरविन्द मास्टर की हत्या करने के लिए हम लोगों से कहा और हम दोनो को 25-25 हजार देने को कहा. अभिषेक धरकार से दोस्ती होने व रुपये के प्रलोभन में हम लोग भी हत्या करने के लिये तैयार हो गए. मृतक मास्टर शरीर से तगड़े थे इसलिए अभिषेक ने फ्लिपकार्ट के माध्यम से काली मिर्च पाउडर स्प्रे मंगवाया.
पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि तीन अप्रैल 2022 को थाना चौरी क्षेत्र अंतर्गत अमावाखुर्द निवासी ज्योति रानी ने लिखित तहरीर दिया था. जिसमें दो अप्रैल 2022 को शाम 7.30 बजे उनके पति अरविंद गौतम जो सरकारी सहायक अध्यापक है वो अपने मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति से बात करते घर से निकले और लौटकर घर नहीं आये.
जिसके संबंध में मुकदमा पंजीकृत कर जांच की गई. उक्त घटना का मास्टरमाइंड अभिषेक धरकार को हमारी टीम ने 24 घंटे के अंदर ही चार अप्रैल 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहीं गुरुवार को दोनों फरार इनामिया दोस्तों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पूरी टीम को 25-25 हजार का इनाम भी दिया गया है.
पुलिस ने बताया कि मुख्य अभियुक्त अभिषेक कुमार ने अपने प्रेमिका की शादी प्रेमिका के पिता अरविंद कुमार द्वारा अंन्यत्र तय होने से अपने उक्त दोनों साथियों के साथ मिलकर अध्यापक अरविंद कुमार की हत्या कराई थी गिरफ्तारशुदा दोनों अभियुक्तों के पास से मृतक अध्यापक का मोबाइल फोन बरामद हुआ है ।
गिरफ्तार उक्त दोनों अभियुक्तों पर 25-25 हजार के इनाम पुलिस ने घोषित किए थे । पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि ग्राम अमवा खुर्द निवासी अरविंद कुमार (मास्टर) की लड़की के साथ अभिषेक धरकार प्रेम करता था जिसकी जानकारी मृतक को हुई। तो वह अभिषेक का विरोध करने लगे। और अपनी लड़की पूजा की शादी 14 जून 2022 को शिवपुर वाराणसी में तय कर दिए।
अभिषेक धरकार ने मृतक अरुण मास्टर को पूजा की शादी कहीं और करने से मना किया था। लेकिन वह नहीं माने तब अभिषेक ने हत्या करने की योजना बना ली। हम लोग अमवाखुर्द स्थित विमल सिंह के आम के बगीचे में बने ट्रैक पर जाते हैं वहीं पर हम लोगों की दोस्ती अभिषेक धरकार से हो गई।
अभिषेक ने मृतक अरविंद मास्टर की हत्या करने के लिए हम लोगों से कहा और हम दोनों को 25-25 देने को कहा और रुपए के लालच में हम लोग भी हत्या के लिए तैयार हो गए। मृतक मास्टर शरीर से तगड़े थे। इसलिए अभिषेक ने फिलिपकार्ड के माध्यम से कालीमिर्च पाउडर मंगवाया था। 2 अप्रैल को हम लोग योजना के मुताबिक किशन यादव के फोन से मृतक को शाम 7:00 बजे विमलसिंह के बगीचे में बुलाए।
प्रेमिका के पिता के कत्ल की पूरी घटना
करीब 7:30 बजे मृतक बगीचे में आ गए, तो अभिषेक ने उनके चेहरे पर स्प्रे मार दिया। जिससे उनका देखना बंद हो गया। तब हम लोग मिलकर मास्टर को मारने लगे। विवेक ने बहुत देर तक मृतक का मुंह दबाये रखा। विवेक जब अरविंद मास्टर का मुंह दबा रहा था उसी समय मृतक ने विवेक की बाएं हाथ की बीच वाली अंगुली को दांत से काट लिए था। जब मास्टर की सांस रुक गई तब अपने घर से साइकिल ले आया और हम लोग के गेहूं के खेत में लेकर चले गए।
किशन यादव, अभिषेक धरकार शीतला प्रसाद प्रजापति के घर के सामने रखे पिलर को साइकिल पर लादकर ले आये। तथा मृतक को अवधनारायण यादव के तालाब के किनारे ले गए व हाथ पैर रस्सी से बांधकर पिलर में निकले सरिया में फंसा कर हम तीनों ने अरविंद मास्टर को तालाब में डाल दिए। हत्या के बाद हम तीनों अभिषेक के घर गए ।अरविंद मास्टर को मारते समय उनके मुंह से खून निकल रहा था। गमछा से मुंह दबाते समय अभिषेक का भी गमछा खून से सन गया था।
मृतक का मोबाइल तोड़कर बोरा में रखकर अभिषेक के घर से निकलते ही श्यामधर पाठक का कुआं दिखाई दिया। उसी कुआं में बोरिया में गमछा, मोफलर ऊनी व मोबाइल फेंककर अपने घर चले गए।
पुलिस टीम ने भोर 4:25 बजे आंगनबाड़ी केंद्र अमवाखुर्द से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में स्वाट टीम के प्रभारी विनोद दूबे, सर्विलांस प्रभारी विजय सिंह, सर्वेश राय ,नरेंद्र सिंह, तूफैल अहमद,अजय यादव, दीपक यादव, मन्नू सिंह, सुनील कनौजिया, नीरज यादव थाना अध्यक्ष चौरी बृजेश मौर्या, उप निरीक्षक प्रमोद यादव आदि शामिल रहे।