याद करो इनको वरना अंजाम वही हो जायेगा…
‘अच्छा हुआ भगत सिंह तेरा फोटो नआया नोटों पर,
वरना रौंदे जाते तुम मुन्नी बाई के कोठों पर !
हँसते हँसते चूमा फंदा हंस कर फांसी पर झूल गए,
और वो इतने कम्ब्ख्त कि तेरी क़ुरबानी को भूलगए
धिक्कार है ऐसे बार बार और सौ सौ बार जवानी को ,
शीला की जवानी याद रही भूले झाँसी की रानी को !
आजाद,भगत,अशफाक और विस्मिल जैसेबलिदानी पर,
मैं वारी जाऊ बार बार और सौ सौ बारजवानी पर !
याद करो इनको वरना अंजाम वही हो जायेगा,
दूर नही बह दिन जब भारत फिर से गुलामहो जायेगा !
गर बचना है गुलामी से तो याद करो इनवीरों को,
बीर शिवाजी की भांति तर्कस से निकालो तीरों को !
•••••जय मां भारती
रचनाकार:
मूलतः शांत स्वभाव के दिखने वाले श्री ओम प्रकाश गुप्ता (सम्पर्क: 9907192095) एक प्रखर राष्ट्रवादी ,विद्रोही रचनाकार लेखक एवं समाज सेवक है जो समसामयिक विषयों पर अपनी तल्ख रचनाओं एवं टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं|