दिल से

याद करो इनको वरना अंजाम वही हो जायेगा…

‘अच्छा हुआ भगत सिंह तेरा फोटो नआया नोटों पर,

वरना रौंदे जाते तुम मुन्नी बाई के कोठों पर !

हँसते हँसते चूमा फंदा हंस कर फांसी पर झूल गए,

और वो इतने कम्ब्ख्त कि तेरी क़ुरबानी को भूलगए

धिक्कार है ऐसे बार बार और सौ सौ बार जवानी को ,
शीला की जवानी याद रही भूले झाँसी की रानी को !

आजाद,भगत,अशफाक और विस्मिल जैसेबलिदानी पर,
मैं वारी जाऊ बार बार और सौ सौ बारजवानी पर !

याद करो इनको वरना अंजाम वही हो जायेगा,

दूर नही बह दिन जब भारत फिर से गुलामहो जायेगा !
गर बचना है गुलामी से तो याद करो इनवीरों को,

बीर शिवाजी की भांति तर्कस से निकालो तीरों को !

•••••जय मां भारती

 

Tiwari Abhi Min |

Omp Min 1 |

रचनाकार:

मूलतः शांत स्वभाव के दिखने वाले श्री ओम प्रकाश गुप्ता (सम्पर्क: 9907192095)  एक प्रखर राष्ट्रवादी ,विद्रोही रचनाकार लेखक एवं समाज सेवक है जो समसामयिक विषयों पर अपनी तल्ख रचनाओं एवं टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं| 

डॉ0 ओम प्रकाश गुप्ता

डॉ. ओम प्रकाश गुप्ता (संपर्क: 9907192095) एक प्रखर राष्ट्रवादी लेखक और समाज सेवक हैं, जो अपनी विद्रोही रचनाओं और समसामयिक विषयों पर तीक्ष्ण टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। शांत स्वभाव के बावजूद, उनके लेखन में सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज और राष्ट्रहित की गहरी प्रतिबद्धता झलकती है। उनकी रचनाएँ न केवल सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती हैं, बल्कि राष्ट्रहित और गौ माता जैसे सांस्कृतिक प्रतीकों की रक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करती हैं।

डॉ0 ओम प्रकाश गुप्ता has 13 posts and counting. See all posts by डॉ0 ओम प्रकाश गुप्ता

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four + eighteen =