चुनावी ड्यूटी पर तैनात हर कर्मी को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी, निजी अस्पताल के लिए वैक्सीन की कीमत तय
पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में चुनाव का शंखनाद हो चुका है। निर्वाचन आयोग ने 26 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी तारीखों का एलान किया। बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन चुके पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और केंद्र शासित पुडुचेरी में 27 मार्च से मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ होगी और 29 अप्रैल तक अलग-अलग चरणों में संपन्न होगी।
दो मई को मतों की गिनती के बाद स्पष्ट होगा कि साल 2021 में होने वाले इन पहले चुनावों में बाजी किसके हाथ लगती है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कई अहम जानकारियां दी। देश में दोबारा तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच यह स्पष्ट किया गया कि चुनावी ड्यटी पर लगे हर कर्मचारी का कोविड-19 का टीकाकरण किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुनावी ड्यूटी पर तैनात हर कर्मी को टीकाकरण के मकसद से अग्रिम मोर्चा का कार्यकर्ता घोषित किया है। कोरोना दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए मतदान के लिए एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
संवेदनशील इलाकों के मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी और उपुयक्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। पांचों विधानसभा चुनावों में ऑनलाइन नामांकन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
घर-घर अभियान में उम्मीदवार सहित पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे। रोड शो में पांच से अधिक गाड़ियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोरोना संक्रमण काल में इससे पहले बिहार विधानसभा का चुनाव संपन्न हुआ था।
चार राज्यों व केंद्र शासित पुडुचेरी को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न चरणों में मतदान होगा और इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान कर सकेंगे।
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में जबकि असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा।
पश्चिम बंगाल में पहले चरण के तहत राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल, चौथे चरण के तहत पांच जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल, पांचवें चरण के तहत छह जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण के तहत चार जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत पांच जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत चार जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा।
देश में कोरोना टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार ने पहले ही कहा है कि सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण मुफ्त होगा। परंतु अब निजी अस्पतालों में टीकाकरण को लेकर भी स्थिति स्पष्ट हो गई है। केंद्र सरकार ने शनिवार को जानकारी दी है कि कोरोना टीकाकरण केंद्र के रूप में काम कर रहे निजी अस्पताल में प्रति व्यक्ति प्रति खुराक 250 रुपये लिए जाएंगे।
केंद्र सरकार की घोषणा से कुछ देर पहले गुजरात सरकार ने भी निजी अस्पताल के लिए वैक्सीन की कीमत तय की थी। इसके तहत यहां भी राज्य के लोगों को निजी अस्पताल में 250 रुपये चुकाने होंगे, वहीं सरकारी अस्पताल में यह मुफ्त में मिलेंगी।
शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि छह राज्यों- महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखी गई। इनमें से महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।