जमीयत ने के कौम व राष्ट्र की तरक्की व खुशहाली के लिए हमेशा काम–हकीमुद्दीन कासमी
चरथावल। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी और जमीयत ओपन स्कूल के प्रमुख मोहसिन अली अलवी एडवोकेट ने अपनी यात्रा के अंतर्गत जामिया-अल हिदाया नगला राई का दौरा किया
मौलाना मूसा कासमी और मौलाना अहसान कासमी ने जामिया अल-हिदाया जामिया नगर में मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने के कौम व राष्ट्र की तरक्की ,खुशहाली के लिए हमेशा काम किया है
और इसकी शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक की है मौलाना कासमी ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के हालिया सदस्यता अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि चूंकि देश भर के संस्थान वर्तमान में कोरोना वायरस के कारण बंद हैं, इसलिए जमीयत की कार्यकारी समिति ने सदस्यता की अवधि बढ़ाने का फैसला किया है।
जमीयत स्काउट और गाइड के बारे में उन्होंने कहा कि चूंकि यह जमीयत और मौलाना सैयद महमूद असद मदनी का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है, इसलिए इसे और अधिक गति और परिश्रम के साथ काम किया जाएगा। हाल की यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि जमीयत ओपन स्कूल देश के युवाओं के लिए, खासकर मदरसों के छात्रों के लिए बहुत उपयोगी और कारगर साबित होगा।
वहाँ भी डिग्री होगी जो बहुत उपयोगी होगी इस मौके पर हाफिज मुहम्मद फुरकान असअदी ने कहा कि भारत में मुसलमानों का सबसे बड़ा और सबसे पुराना धार्मिक व सामाजिक संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के दो साल की अवधि के लिए सदस्य बनने की प्रक्रिया चल रही है।
सभी मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं को इस अभियान में पूरा हिस्सा लेना चाहिए, स्वयं सदस्य, मित्र और रिश्तेदारो को सदस्य बनाना चाहिए।
इस अवसर पर, एडवोकेट मोहसिन अली अलवी ने जमीयत ओपन स्कूल के उद्देश्यों और इसके महत्व और निष्ठा पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर मौलाना मुहम्मद मूसा कासमी, मौलाना मुहम्मद एहसान कासमी, कारी शोएब आलम, मौलाना जुनैद हाशमी, मास्टर मुहम्मद फुरकान, मौलाना अकरम नदवी, मौलाना अब्दुल मजीद और अन्य उपस्थित थे।