उत्तर प्रदेश

Lucknow News: बिहार के माफिया गोरख ठाकुर हत्याकांड की मास्टरमाइंड प्रियंका ने कोर्ट में किया सरेंडर

Lucknow News:  25 जून को लखनऊ के कैंट में बिहार के मोस्टवांटेड गोरख ठाकुर की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। गोरख के साथ रहने वाली उसकी दूसरी पत्नी खुशबुनतारा ने इस मामले में गोरख की पहली पत्नी प्रियंका, फिरदौस और बिट्टू जायसवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने प्रियंका के ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।

25 जून 2022 की दोपहर बिहार पुलिस की वर्दी में चार शूटर्स ने लखनऊ में कैंट के नीलमथा रहने वाले मोस्टवांटेड अपराधी वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर को गोलियों से भून दिया था। इस हत्या की साजिश को रचने और उसे अंजाम तक पहुंचाने में प्रियंका को 14 साल लगे थे। हर एक कड़ी को जोड़ने, एक-एक किरदार को आपस में मिलाने और फिर उन किरदारों के अंदर उस मोस्टवांटेड अपराधी गोरख ठाकुर के लिए बदला लेने की आग भड़काने के लिए बिहार की प्रियंका को 14 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा ।

साल 2008, बिहार के नरकटियागंज की रहने वाली प्रियंका एसएस शर्मा पब्लिक स्कूल में पढ़ाती थी। रोजाना वह अपने घर से स्कूल और स्कूल से घर जाती थी। स्कूल के ही रास्ते में बिट्टू जायसवाल नाम का एक नौजवान पान की दुकान लगाता था। एक बार दोनों की नजरें मिली और उन्हें प्यार हो गया। धीरे धीरे प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया

हालांकि दोनों के परिवार वाले इसके लिए राजी नही थे। बिट्टू की दुकान में बिहार के बेतिया इलाके का सबसे बड़ा ठेकेदार व अपराधी गोरख ठाकुर अक्सर पान खाने आता था। दोनों एक दूसरे को अच्छे से जानते थे, लेकिन कई अपराधों को अंजाम देने के बाद जब वहां की पुलिस का दबाव बढ़ा तो गोरख ठाकुर लखनऊ भाग आया। बिट्टू को ये बात पता थी, इसलिए उसने प्रियंका के परिवार वालों से बचने के लिए गोरख की शरण में जाने का फैसला किया। बिट्टू ने पहले मंदिर में प्रियंका के साथ शादी की और फिर पहुंच गया लखनऊ।

प्रियंका की खूबसूरती

प्रियंका से शादी कर बिट्टू अब गोरख ठाकुर, जो लखनऊ में वीरेंद्र बन चुका था उसकी शरण में पहुंच चुका था। गोरख ने भी उसे पुराना परिचित समझ संरक्षण दिया। हालांकि गोरख के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। करीब एक महीने बाद गोरख ने बिट्टू जायसवाल को घर से भगा दिया और दोबारा दिखने पर जान से मारने की धमकी दे दी। इसके पीछे का कारण प्रियंका की खूबसूरती को देख उसकी नियत खराब होना था।

गोरख ने न सिर्फ प्रियंका से उसके पति को दूर किया बल्कि बिना उसकी मर्जी के शादी भी कर ली। गोरख के खौफ से बिट्टू सहम गया और प्रियंका ने भी खामोशी से उसकी बात मान ली। धीरे-धीरे प्रियंका और गोरख के 3 बच्चे भी हो गए। प्रियंका के दिल मे जो आग 2008 में लगी थी अब वो और भड़कने वाली थी। क्यो कि 2015 में अब दो और किरदारों की एंट्री होने वाली थी ।

साल 2015 में बिहार के बेतिया में बालू खनन का ठेका हथियाने के लिए बाहुबली रईस खान के इशारे पर उसके शूटर फिरदौस ने एक ठेकेदार को गोली मार दी और बिहार से फरार हो गया। फिरदौस की चचेरी बहन खुशबुन तारा लखनऊ में रहकर पढ़ाई कर रही थी। ठेकेदार को गोली मारने के बाद फिरदौस बहन के पास छुपने लखनऊ आ गया । इसी दौरान उसे गोरख उर्फ वीरेंद्र का पता चला और उसने वीरेंद्र की शरण ले ली।

फिरदौस के साथ वीरेंद्र अक्सर खुसबुन के कमरे पर जाने लगा। गोरख की नियत अब ख़ुशबुन पर खराब हो गई। वह खुशबून की पढ़ाई के लिए रुपये देने से लेकर हर तरह से मदद करने लगा। धीरे-धीरे वीरेंद्र ने ख़ुशबुन को प्यार के जाल में फंसा लिया और उसे अपने घर ले गया। फिरदौस को जब चचेरी बहन ख़ुशबुन तारा और वीरेंद्र के प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई तो उसका खून खौल उठा, उसे मुस्लिम लड़की का हिंदू लड़के से इश्क करना नागवार गुजरा।

इंतकाम की आग में झुलस रही प्रियंका के पास अब दो मोहरे तैयार थे, एक पुराना प्यार व पहला पति बिट्टू और दूसरा शूटर फिरदौस। उसने दोनों को आपस मे मिला कर वीरेंद्र की हत्या का तानाबाना बुन डाला । साल 2019 में प्रियंका गोरख उर्फ वीरेंद्र की हत्या की साजिश रचती है। वह उसे चारबाग ले जाती है, जहां पहले से मौजूद फिरदौस व बिट्टू उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला देते है।

हालांकि किस्मत अच्छी रही और गोरख हमले में सिर्फ अपाहिज हुआ । इसी दौरान प्रियंका वीरेंद्र से दूर जाने के रास्ते खोजने लगी। इस बीच वीरेंद्र इलाज करवाने के लिए दो बार प्रियंका को साथ लेकर दिल्ली गया। लेकिन तीसरी बार जनवरी 2021 में फिरदौस के कहने पर ख़ुशबुन उसके साथ दिल्ली गयी। इससे प्रियंका को मौका मिला और वो अपाहिज वीरेंद्र को छोड़कर पुराने प्रेमी बिट्टू के साथ चली गयी। साल 2022 को एक बार फिर प्रियंका ने उन्ही किरदारों को एक बार फिर जोड़ा, फुलप्रूफ प्लानिग बनाई और उसे फिरदौस व बिट्टू ने अंजाम तक पहुंचा दिया। 25 जून को गोरख की हत्या कर दी गई।

गोरख ठाकुर की हत्या की घटना को लखनऊ पुलिस ने चैलेंज के रूप में ले लिया था। बावजूद इसके उसके हाथ कुछ नही आ रहा था। बिहार में हफ़्तों डेरा डाली लखनऊ पुलिस की सफलता नही मिल रही थी। एक तरफ वीरेंद्र करोड़ों की संपत्ति प्रियंका का इंतजार कर रही थी तो दूसरी ओर पुलिस का शिकंजा मजबूत होता जा रहा था। इसी के चलते अब प्रियंका ने सभी प्यादों को कुर्बान करने का इरादा कर लिया था ।

सबसे पहले उसने सबसे कमजोर किरदार बिट्टू को किनारे लगाने का इरादा किया। 18 जुलाई 2022 को नेपाल भाग चुके बिट्टू को प्रियंका ने बिहार बॉर्डर रक्सौल बुलाया, उससे मुलाकात की और पहले से ही वहां गोरख के हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस को उसने देखा तो बहाना बना पानी लेने चली गयी। पुलिस ने बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया । उसके बाद उसने शूटर फिरदौस को सरेंडर करने के लिए मना लिया।

इस बात की तस्दीक खुद फिरदौस का बयान करता है, जिसमें उसने पुलिस को बताया था कि प्रियंका ने उससे कहा कि वह महिला है उसका पुलिस एनकाउंटर नही करेगी लेकिन तुम्हारा कर सकती है इसलिए तुम सरेंडर कर दो बाद में मैं भी कर दूँगी। प्रियंका के जाल में फंस कर 16 दिसंबर को फिरदौस ने भी सरेंडर कर दिया। अब प्रियंका ने हत्याकांड के 6 महीने बाद पुलिस की आंखों में धूल खोलते हुए सरेंडर कर दिया है।

कैंट थाना प्रभारी के मुताबिक, वीरेंद्र ठाकुर की हत्या के मामले में प्रियंका वांछित थी। उसने आज सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। फिलहाल कोर्ट आरोपी प्रियंका को 14 न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट से उसकी रिमांड लेने के लिए अर्जी दी जाएगी।

News Desk

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