बीते तीन दशकों से कोई बड़ा छात्र नेता नहीं उभरा: CJI N V Ramana
मुख्य न्यायाधीश N V Ramana ने दिल्ली में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में आठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने छात्र नेतृत्व को लेकर कहा कि पिछले तीन दशकों में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद से छात्र समुदाय से कोई बड़ा छात्र नेता उभरकर नहीं आया है। सीजेआई ने कहा कि यह लोकतंत्र की मजबूती पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
CJI N V Ramana ने कहा, “जब सामाजिक और राजनीतिक रूप से युवा जागरूक होते हैं तब शिक्षा, भोजन, कपड़ा, स्वास्थ्य, मकान जैसे मुद्दे राष्ट्रीय विमर्श का मुख्य विषय बनते हैं।” उन्होंने कहा कि बीते तीन दशकों से कोई बड़ा छात्र नेता नहीं उभरा। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “यह आवश्यक है कि स्पष्ट विचारों वाले दूरदर्शी और निष्ठावान छात्रों को सार्वजनिक जीवन में आना चाहिए। एक उत्तरदायी युवा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि छात्र नेताओं की कमी लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है।
N V Ramana ने कहा कि कड़वा सच है कि छात्रों के पेशेवर विश्वविद्यालयों में प्रवेश करने के बाद भी, क्लासरूम तक ही ध्यान केंद्रित किया जाता है, न कि कक्षाओं से बाहर की दुनिया पर। मुझे नहीं पता कि इन सबके लिए किसे दोष देना चाहिए। छात्रों को संबोधित करते हुए सीजेआई ने कहा कि आप देश के प्रमुख विधि विश्वविद्यालयों में से किसी एक के विधि स्नातक हैं। आप सभी की समाज के प्रति विशेष जिम्मेदारी है।
दिल्ली में राष्ट्रीय विधि विद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में सीजेआई N V Ramana के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल तथा अन्य न्यायाधीश भी मौजूद थे।
केजरीवाल को लेकर सीजेआई N V Ramana ने प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली के लिए ताकत का स्तंभ रहे हैं। मुझे बताया गया है कि वह इस संस्थान के हित में किए गए हर अनुरोध का सम्मान करते हैं।
वह दिल्ली के लोगों के कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में उनके काम की बहुत सराहना की जाती है।